नई दिल्ली:- अमेरिका (US) और ईरान (Iran) के बीच तनाव लगातार बढ़ता जा रहा है. अमेरिका से बदला लेने के लिए ईरान ने इराक में बुधवार को अल असद एयरबेस (American Airbase) पर रॉकेटों से हमले किए. इस हमले के बाद ईरान ने दावा किया है कि इसके इस हमले में 80 लोगों की मौत हुई है, फिलहाल अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि मरने वाले में कितने सेना के जवान हैं. वहीं ईरान के इस दावे को अमेरिका ने झूठा करार दिया है. इस हमले के बाद अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर कहा है कि सब थी है और सुबह को राष्ट्र के नाम संदेश देंगे. व्हाइट हाउस ने कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को हमले के बारे में सूचित किया गया है और अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के संपर्क में हैं, जबकि ईरान की सरकारी मीडिया ने कहा है कि रिवोल्यूशनरी गार्डस ने हमले को अंजाम दिया.
पिछले सप्ताह अमेरिका द्वारा तीन जनवरी को किए गए ड्रोन हमले में सुलेमानी, उनके दामाद और इराक के पॉपुलर मोबिलाइजेशन फ्रंट (पीएमएफ) के द्वितीय कमांडर अबू महदी अल-मुहांदिस मारे गए थे. जिसके बाद ईरान ने साफ कर दिया था कि वो मौत का बदला अमेरिका से जरुर लेगा. जिसके बड़ा ईरान की संसद ने पेंटागन के सभी सदस्यों और सुलेमानी की मौत के लिए जिम्मेदार लोगों को आतंकी ताकतें घोषित करने के समर्थन में मतदान किया है. वहीं आज ईरान ने साफ कर दिया कि वो सुलेमानी के मौत का बदला लेकर ही मानेगा. यह भी पढ़ें:- अमेरिका और ईरान में तनाव: भारत सरकार ने जारी की एडवायजरी, कहा- इराक और ईरान की यात्रा करने से करें परहेज.
Reports that 80 people killed in Iran missile attacks on U.S. bases in Iraq. Press TV cannot independently verify the reports on the number of casualties: Iran's Press TV pic.twitter.com/ZYmhCHaw5f
— ANI (@ANI) January 8, 2020
भारत ने जारी किया अलर्ट
ईरान ( Iran) और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. दोनों देशों के बीच युद्ध जैसी स्थिति बन गई है. ऐसे में भारत सरकार (Government Of India) ने देश की जनता से अपील कर कहा है कि इराक की यात्रा करने बचें. इसके साथ ही ईरान-इराक में रहें वाले भारतियों को सुरक्षित रहने और ट्रेवल न करने की सलाह दी है. विदेश मंत्रालय ने विमानों कंपनियों को सुरक्षा के लिहाज से रूट बदलने को कहा है.