इस्लामाबाद: पाकिस्तान के नवनिर्वाचित प्रधानमंत्री इमरान खान को तगड़ा झटका लगा है. दरअसल नए पाकिस्तान का नारा देकर सत्ता में आनेवाले इमरान खान का भारत की बराबरी करने का सपना चकनाचूर हो गया है. वैसे तो पाकिस्तान की सरकार भारत की नकल कर अपने यहां ना जाने कितनी योजनाओं को लागू कर चुकी है. लेकिन पाकिस्तान को डिजिटल करने का ख्वाब अधूरा ही रहने वाला है.
एक सर्वेक्षण के मुताबिक पाकिस्तान में 15 साल से लेकर 65 साल की उम्र के 69 फीसदी लोगों को नहीं मालूम है कि इंटरनेट क्या होता है. यह बात सूचना-संचार प्रौद्योगिकी है (आईसीटी) आधारित एक सर्वेक्षण में प्रकाश में आई है. श्रीलंका के थिंक टैंक लाइर्नी एशिया द्वारा करवाए गए सर्वेक्षण की रिपोर्ट सोमवार को डॉन में प्रकाशित हुई है. रिपोर्ट पाकिस्तान के 2,000 लोगों के सर्वेक्षण के आधार पर तैयार की गई है.
सर्वेक्षक थिंक टैंक ने दावा किया है कि नमूने की प्रक्रिया के तहत राष्ट्रीय स्तर पर 15 साल से 65 साल की उम्र की 98 फीसदी आबादी के प्रतिनिधित्व सुनिश्चित की गई है. यह भी पढ़े- इमरान खान PM मोदी की तर्ज पर पाकिस्तान में शुरू करने जा रहे है यह महाअभियान
लाइनर एशिया की सीईओ हेलनी गलपाया ने कहा, "पाकिस्तान दूरसंचार प्राधिकरण (पीटीए) की वेबसाइट में 15.2 करोड़ सक्रिय सेल्युलर फोन धारक हैं. चाहे वे आदमी हो या औरत, गरीब हो या अमीर लेकिन वे नहीं एप्स का उपयोग करना नहीं जानते हैं."
भारत में बुलेट की रफ्तार से बढ़ रहे हैं इंटरनेट यूजर्स-
भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा इंटरनेट इस्तेमाल करने वाला देश है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले 3 सालों में भारत में इंटरनेट यूजर्स की संख्या 70 करोड़ के पार पहुंच जाएगी. डाटा रिसर्च कंपनी रेडसीर कंसल्टिंग की एक रिपोर्ट के मुताबिक साल 2020 तक भारत में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या 72 करोड़ के आंकड़े को पार कर जाएगी जो कि साल 2017 में 47 करोड़ थी. भारत में हर साल इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या में 13 फीसदी की बढ़ोत्तरी हो रही है जो कि दुनिया के किसी भी देश से ज्यादा है. पोर्न वेबसाइटों पर भारत में बैन: इन XXX साईट्स ने आदेशों को धता बताते हुए ढूंढ निकाला तोड़