![पोर्न वेबसाइटों पर भारत में बैन: इन XXX साईट्स ने आदेशों को धता बताते हुए ढूंढ निकाला तोड़ पोर्न वेबसाइटों पर भारत में बैन: इन XXX साईट्स ने आदेशों को धता बताते हुए ढूंढ निकाला तोड़](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2018/10/porn-addiction-380x214.jpg)
मुंबई: सरकार ने उत्तराखंड उच्च न्यायालय के आदेश के बाद इंटरनेट सेवा प्रदाताओं (आईएसपी) को अश्लील सामग्री दिखाने वाली 827 वेबसाइटों को बंद करने का निर्देश दिया है. जिसके बाद सबसे पहले जियो ने एडल्ट कंटेंट परोसने वाली 827 वेबसाइटों को बंद कर दिया. वहीं जियो के बाद बाकी सभी बड़े टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स ने भी इस बैन को लागू करते हुए बताए गए सभी पोर्न साइट्स को ब्लॉक कर दिया.
पॉर्न वेबसाइट्स के बैन होने पर बड़ी संख्या में इंटरनेट यूजर्स सरकार पर भड़क गए है. कई लोगों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध जताने के लिए सोशल मीडिया का सहारा लिया. इसके साथ ही लोग कस्टमर केयर को भी जमकर कॉल कर रहे है. बताया जा रहा है इसमें खासकर वे लोग ज्यादा है जिन्होंने इन वेबसाइट्स की सब्सिक्रिप्शन लिया हुआ है. हालांकि भारत में एडल्ट कंटेंट की बढती मांग के बीच पॉर्न साइट्स भी इसके इंतजाम में जुटी हुई है.
जानकारी के मुताबिक अमेरिका और ब्रिटेन के बाद अपने तीसरे सबसे बड़े बाजार भारत के लिए पॉर्न हब के अलावा कई दिग्गज पोर्न वेबसाइटों ने तरीका ढूंढ निकला है. सरकार के फैसले को मात देने के लिए पोर्न वेबसाइटों ने एक नई मिरर साइट बनाई है. कुछ तो अपने यूजर्स को मोबाइल ऐप डाउनलोड करने की भी सलाह दे रहे है.
पोर्न वेबसाइटों और इसके यूजर्स की दलील है की सरकार को चाइल्ड पॉर्न, रेप वीडियो और बीडीएसएम (बॉन्डेज, डिसिप्लीन, सैडिज्म और मासोकिज्म) जैसी कंटेंट के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए. यह भी पढ़े- यूपी: Whats App ग्रुप में वालंटियर ने पोस्ट की एक साथ कई ब्लू फिल्में, कानपुर पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
दुनिया की सबसे बड़ी पॉर्न साइट्स पॉर्नहब के वाइस प्रेजिडेंट कोरी प्राइस का कहना है कि केवल पॉर्नहब जैसी बड़ी साइट्स ही प्रतिबंधित की गई हैं जबकि हजारों ऐसी साइट्स अभी भी चल रही है जिसपर अवैध कंटेंट भी हो सकते हैं.
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने 859 पोर्न साइट्स को बंद करने का दिया था आदेश
उत्तराखंड हाईकोर्ट ने इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स को 859 पोर्न साइट्स को तत्काल प्रभाव से बंद करने का आदेश दिया था. हाईकोर्ट ने इस संबंध में केंद्र सरकार से कहा कि अगर इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर आदेश का पालन नहीं करते हैं तो केंद्र उनके लाइसेंस रद्द करे. जिसके बाद सरकार ने जांच के बाद एडल्ट कंटेंट परोसने वाली 827 वेबसाइटों को बंद करने का निर्देश दिया.
कुछ महीने पहले जारी हुए एक रिपोर्ट में चौकाने वाला खुलासा हुआ था. नॉर्टन बाई सिमैन्टेक की स्टडी के मुताबिक अगर भारतीय को मुफ्त में इंटरनेट मिले तो वो सबसे ज्यादा पोर्न देखना पसंद करते हैं. स्टडी में बताया गया है कि होटल के वाई-फाई में 49% इंडियंस पोर्न देखते हैं. जबकि बाकी दुनिया के 40% लोग पोर्न देखते हैं. स्टडी में ये भी पता चला है कि भारत में हर तीसरा व्यक्ति फ्री वाई-फाई पर अडल्ट कंटेंट देख लेता है, जबकि पूरी दुनिया में हर छठा व्यक्ति ऐसा करता है.