Pakistan: इमरान खान को सता रहा है मौत का डर, पाक चीफ जस्टिस को पत्र लिखकर मांगी सुरक्षा
Imran Khan (Photo Credit : Twitter)

पाकिस्तान में मौजूदा आर्थिक संकट के बीच राजनीतिक उथल-पुथल भी देखी जा रही है. पुलिस पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को उनके आवास पर गिरफ्तार करने का इंतजार कर रही है. इस्लामाबाद पुलिस की एक टीम रविवार को अपदस्थ प्रधानमंत्री इमरान खान को तोशखाना मामले में गिरफ्तार करने के लिए उनके लाहौर स्थित आवास पर पहुंची. खान की कानूनी टीम ने हालांकि आश्वासन दिया कि वह सात मार्च को अदालत में पेश होंगे जिसके बाद पुलिस दल वापस लौट गया. Pakistan Hajj Quota: 90 हजार पाकिस्तानी इस साल नहीं कर पाएंगे हज, जानें क्यों?

पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) प्रमुख ने दावा किया कि उनकी हत्या की एक और साजिश रची जा रही है. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि देश के पूर्व पीएम होने के बावजूद उन्हें पर्याप्त सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई है. इस बीच तोशखाना मामले में गिरफ्तारी से बचने के बाद इमरान खान ने पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) उमर अता बांदियाल को एक पत्र लिखकर उनकी अदालत में पेशी के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था का अनुरोध किया था.

पूर्व प्रधानमंत्री ने पत्र में कहा, "मैं एक बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दे पर आपका ध्यान आकर्षित करना चाहता हूं. शासन परिवर्तन अभियान के माध्यम से मेरी सरकार को हटाने के बाद से, मुझे संदिग्ध एफआईआर, धमकियों का सामना करना पड़ा है. उन्होंने पत्र में खुद की जान को खतरा बताया." इमरान खान ने एक बार फिर आरोप लगाया कि मौजूदा प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और गृह मंत्री उनके खिलाफ हत्या के विफल प्रयास में शामिल थे. उन्होंने कहा कि हत्या के एक और प्रयास की साजिश रचे जाने के स्पष्ट संकेत हैं.

पूर्व पाक पीएम पिछले साल नवंबर में एक हत्या के प्रयास में बाल-बाल बचे थे, जब एक बंदूकधारी ने खान के कंटेनर-ट्रक पर गोलियां चलाई थीं. इमरान खान ने कहा, "मेरे खिलाफ 74 झूठे मामले दर्ज किए गए हैं. मुझे उन लोगों से अपनी जान का खतरा है, जो मेरी रक्षा करने वाले हैं." उन्होंने कहा मुझे समय-समय पर और अक्सर सुनवाई के लिए अदालत में पेश किया जा रहा है. मैं देश की सबसे बड़ी राजनीतिक पार्टी का अध्यक्ष हूं और जहां भी मैं जाता हूं वहां भारी भीड़ स्वाभाविक रूप से वहां होती है. मेरी जान को खतरा है. जीवन का अधिकार संविधान के तहत एक मौलिक अधिकार है और इससे मेरे जीवन को गंभीर खतरा है."