फ्रैंकफर्ट और मानहाइम के बीच डॉयचे बान का यातायात दिसंबर के मध्य तक रोक दिया गया है, क्योंकि जर्मन रेल ऑपरेटर आधुनिकीकरण परियोजना पर काम कर रहा है. अनुमान है कि हर दिन 75,000 से अधिक लोग इससे प्रभावित होंगे.जर्मनी में रेलवे ऑपरेटर डॉयचे बान (डीबी) ने 15 जुलाई से फ्रैंकफर्ट और मानहाइम के बीच 70 किलोमीटर के हिस्से में रेल यातायात रोक दिया है, जो 14 दिसंबर तक जारी रहेगा. जर्मनी की सबसे व्यस्त रेलवे लाइनों में से एक पर नवीनीकरण का काम यूरो कप 2024 फुटबॉल चैंपियनशिप के बाद शुरू करने की योजना बनाई गई थी.
टूर्नामेंट के दौरान ट्रेनों के देरी से आने और रद्द होने के कारण डीबी को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा. रेल ऑपरेटर ने 12 जुलाई को कहा कि टूर्नामेंट के दौरान उसकी समय की पाबंदी "मिली-जुली" रही. साथ ही, उसने कहा कि उसने "रेलवे सिस्टम का अधिकतम लाभ लिया, लेकिन पुराने और ओवरलोडेड बुनियादी ढांचे के कारण उसके पास सीमित संभावनाएं थीं."
फ्रैंकफर्ट और मानहाइम के बीच ट्रेनें क्यों नहीं चल रही हैं?
जर्मन परिवहन मंत्री फोल्कर विसिंग ने कहा कि यूरो कप 2024 से पहले नवीनीकरण परियोजना शुरू की जाती तो यातायात में और भी अधिक समस्याएं होतीं. डीबी ने कहा कि वह "आने वाले वर्षों की सभी नियोजित निर्माण परियोजनाओं को नवीनीकरण कार्य के एक चरण में समेट रहा है." उसने कहा कि पांच महीने के अंदर काम "रिकॉर्ड गति से किया जाएगा."
जर्मन रेल ऑपरेटर ने कहा, "केवल पांच महीनों में फ्रैंकफर्ट और मानहाइम के बीच लाइन पर सुपर स्ट्रक्चर, शोर अवरोधक और सिग्नलिंग टेक्नोलॉजी का नवीनीकरण किया जाएगा और 20 स्टेशनों का आधुनिकीकरण किया जाएगा. पहली बार नियोजित नवीनीकरण के दौरान नेटवर्क और स्टेशनों दोनों पर ध्यान दिया जाएगा."
डीबी ने कहा कि 140 किलोमीटर लंबी ओवरहेड लाइनें बिछाई जाएंगी और अन्य सुधारों के अलावा लाइन पर स्थित लगभग 20 स्टेशनों का नवीनीकरण किया जाएगा. इस नवीनीकरण की लागत 1.3 अरब यूरो होगी. यह 2031 तक 41 व्यस्त रेल मार्गों के आधुनिकीकरण की एक बड़ी परियोजना का पहला खंड है.
बंद होने से कौन प्रभावित होगा?
फ्रैंकफर्ट और मानहाइम के बीच की लाइन मुख्य उत्तर-दक्षिण मार्ग का हिस्सा है जो हैम्बर्ग और कोलोन को स्विट्जरलैंड के श्टुटगार्ट और बेसल से जोड़ता है. वहां होने वाली देरी का असर अकसर नेटवर्क के अन्य हिस्सों पर भी पड़ता है. रेल यातायात ठप होने से हर दिन 75,000 से अधिक यात्रियों के प्रभावित होने का अनुमान है, क्योंकि इस मार्ग पर प्रतिदिन 300 से अधिक क्षेत्रीय, लंबी दूरी की और माल गाड़ियां चलती हैं.
बंद के दौरान सभी क्षेत्रीय ट्रेनों के स्थान पर बसें चलाई जाएंगी और लंबी दूरी की ट्रेनों को धीमी गति वाले मार्गों पर चलाया जाएगा. मालगाड़ी कारोबारियों के एक संघ 'दी ग्युटरबानेन' ने डीबी प्रोजेक्ट और उसके असर पर नजर रखने के लिए एक लाइव टिकर चलाना शुरु किया है.
हालिया सालों में डॉयचे बान, यूरोप के कई अन्य देशों के रेल नेटवर्कों की तुलना में पीछे हो गई है. बीते कई दशकों से कम निवेश के कारण डीबी में कई दिक्कतें पेश आ रही हैं. जानकार ध्यान दिलाते हैं कि डीबी का मौजूदा रेल नेटवर्क "पुराना और कमजोर" है. ऐसे में रेल यात्रा करने वालों की संख्या बढ़ने और मालढुलाई में आई तेजी के साथ रफ़्तार बिठाने में समस्या आ रही है.
पीपी/आरपी (एपी, डीपीए, एएफपी)