Pravasi Bharatiya Divas 2021: जानिए कौन हैं इस साल की विशेष अतिथि प्रियंका राधाकृष्णन
न्यूजीलैंड की सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन (Photo: Instagram)

विदेश में रहने वाले भारतीयों के साथ जुड़ने तथा संबंध स्थापित करने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस एक महत्वपूर्ण मंच है. इस बार विदेश मंत्रालय की ओर से वर्चुअल रूप से आयोजित प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के तीन खंड होंगे. आज पहले खंड में "भारत और भारतीय समुदाय से सफल युवाओं को एक साथ लाना" विषय पर वर्चुअल सम्मेलन होगा. जिसमें विशेष अतिथि न्यूजीलैंड (New zealand) के सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र मंत्री प्रियंका राधाकृष्णन (Priyanka Radhakrishnan) हैं. आइने एक नज़र डालते हैं प्रियंका राधाकृष्णन के जीवन पर, जिन्‍होंने न्यूजीलैंड में इतिहास रचा. 2020 अक्टूबर में न्यूजीलैंड में हुए चुनाव में जेसिंडा आर्डन दोबारा प्रधानमंत्री बनीं और अपने मंत्रिमंडल का गठन किया. इस मंत्रिमंडल में न्यूजीलैंड के इतिहास में पहली बार किसी भारतीय मूल की महिला को जगह मिली. वो हैं 41 वर्षीय प्रियंका राधाकृष्णन. प्रियंका का जन्म चेन्नई, तमिलनाडु में हुआ था. उनके पिता परावूर माधवन पैरांबु रमन राधा कृष्णन और माता का नाम उषा हैं. प्रियंका की जड़े केरल में है लेकिन उनका जन्म और बचपन चेन्नई में बीता.

प्रियंका के पिता सिंगापुर (Singapore) में इंजीनियर रहे, लेकिन नौकरी के बाद 1999 में वह चेन्नई लौट आये. लेकिन प्रियंका के मंत्री बनाये जाने की खुशी केरल और तमिलनाडु के साथ ही भारत के इतिहास में दर्ज हो गया. न्यूजीलैंड जाने से पहले वह सिंगापुर में पली-बढ़ीं और आगे की पढ़ाई के लिए वह न्यूजीलैंड आ गईं. जहां वेलिंगटन के विक्टोरिया विश्वविद्यालय में दाखिला लिया और विकास अध्ययन में स्नातकोत्तर की उपाधि प्राप्त की. वह अपने पति के साथ ऑकलैंड में रहती हैं. उनके परदादा भारत में वामपंथी प्रगतिशील राजनीति में बहुत सक्रिय थे और उन्होंने केरल राज्य के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.

न्यूजीलैंड में राजनीतिक सफर

स्नातक करने के बाद, राधाकृष्णन ने ऑकलैंड (Auckland) में भारतीय समुदाय के बीच एक सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में काम किया. वह 2006 में न्यूजीलैंड लेबर पार्टी में शामिल हुईं. आंतरिक पार्टी नीति विकास प्रक्रिया पर काम किया और स्थानीय और क्षेत्रीय पार्टी संगठन दोनों में सक्रिय रही हैं. उन्होंने लगातार घरेलू हिंसा की पीड़ित महिलाओं और शोषण का शिकार हुए प्रवासी मजूदरों के लिए आवाज उठाई, जिनकी आवाजें अक्सर अनसुनी की जाती रही हैं.

न्यूजीलैंड के संसद तक का सफर

लेबर पार्टी की ओर से पहली बार सितंबर 2017 में प्रियंका संसद की सदस्य चुनी गई थीं. इस बीच 2019 को कैबिनेट फेरबदल के बाद, राधाकृष्णन को जातीय मामलों के संसदीय निजी सचिव के रूप में नियुक्त किया गया. इस बार 17 अक्टूबर को आयोजित न्यूजीलैंड के आम चुनाव के दौरान, राधाकृष्णन दूसरे स्थान पर रही. लेकिन 2 नवंबर 2020 को, राधाकृष्णन को सामुदायिक और स्वैच्छिक क्षेत्र के मंत्री, विविधता, समावेश और जातीय समुदाय के मंत्री, युवा और सहयोगी सामाजिक विकास और रोजगार मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया. इस घोषणा को करते हुये प्रधानमंत्री जेसिंडा आर्डन ने कहा, "मैं कुछ नई प्रतिभाओं और जमीनी स्तर का अनुभव रखने वाले लोगों को शामिल करने को लेकर उत्साहित हूं."