एलन मस्क एक बार फिर चीन पहुँच चुके हैं. यह उनकी पिछले एक साल में दूसरी चीन यात्रा है, जो दुनिया का सबसे बड़ा इलेक्ट्रिक वाहन बाजार है. बता दें कि एलन मस्क ने एक सप्ताह पहले ही भारत की यात्रा टाल दी थी. कहा जा रहा था कि वह भारत यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने वाले थे और भारतीय बाजार में प्रवेश करने की योजना का एलान करने वाले थे लेकिन उनकी यात्रा टलने से कई सवाल खड़े होने लगे हैं.
बढ़ती प्रतिस्पर्धा: चीन में इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में प्रतिस्पर्धा दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही है. स्थानीय कंपनियां जैसे BYD टेस्ला को कड़ी टक्कर दे रही हैं. ऐसे में मस्क की यह यात्रा टेस्ला की बाजार में पकड़ मजबूत करने की कोशिश के तौर पर देखी जा रही है.
नए सहयोग की संभावना: चीन सरकार के साथ मस्क की मुलाक़ात से नए सहयोग की संभावनाएं तलाशी जा सकती हैं. इससे टेस्ला को चीन में अपने व्यापार को और विस्तार देने में मदद मिल सकती है.
$TSLA 🇨🇳
Elon: "I'm very happy to see the development of electric vehicles.”
In addition, “all cars will be electric in China's future.” pic.twitter.com/3i3c277CTV
— Tsla Chan (@Tslachan) April 28, 2024
मस्क का चीन प्रेम: एलन मस्क चीन के प्रति अपने लगाव को कई बार व्यक्त कर चुके हैं. उन्हें चीन की कार्य संस्कृति और तकनीकी विकास काफी पसंद है.
JUST IN - Tesla CEO Elon Musk arrives in China: state media https://t.co/rVyjxxUHyj pic.twitter.com/mzTRcHPmAd
— Insider Paper (@TheInsiderPaper) April 28, 2024
चीन की बढ़ती इलेक्ट्रिक वाहन बाजार: चीन में इलेक्ट्रिक वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है. ऐसे में टेस्ला के लिए यह एक बड़ा अवसर है. मस्क की यह यात्रा इस बाजार में अपनी पैठ बनाने की कोशिश का हिस्सा हो सकती है.
Elon #Musk arrived in Beijing on Sunday afternoon, at the invitation of the China Council for the Promotion of International Trade (CCPIT). Ren Hongbin, president of the CCPIT, met with Musk and exchanged views on topics such as the future cooperation: China Media Group pic.twitter.com/nbSdJ8RP6w
— Global Times (@globaltimesnews) April 28, 2024
क्या टेस्ला चीन में अपना दबदबा बनाए रख पाएगी?
यह देखना दिलचस्प होगा कि मस्क की यह यात्रा टेस्ला को चीन में किस तरह से फायदा पहुँचाती है. स्थानीय कंपनियों से बढ़ती प्रतिस्पर्धा के बीच टेस्ला को अपने दबदबे को बनाए रखने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी.