कोरोनावायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) ने व्यवसायों, नौकरियों और अर्थव्यवस्था पर बहुत बुरा प्रभाव डाला है. लेकिन इसकी मार सबसे ज्यादा छात्रों और विशेष रूप से युवा लोगों को झेलनी पड़ रही है. बंदी के कारण कॉन्ट्रैक्ट पर काम करने वाले वर्कर, लेबर क्लास और फ्रीलान्सर जॉब करने वालों पर बुरा प्रभाव पड़ा है. सेव द स्टूडेंट (Save The Student) के एक सर्वे के अनुसार उनके फाइनेंशियल फ्यूचर की अनिश्चितता की वजह से छात्र ज्यादा कैश कमाने के लिए सेक्स वर्क करने का विचार कर रहे हैं. व्यक्तिगत वित्त वेबसाइट (Personal Finance Website) ने इस साल अप्रैल और अगस्त के बीच ब्रिटेन विश्वविद्यालय के 3,161 छात्रों को पोल के लिए चुना और निष्कर्षों से पता चला कि 20 छात्रों में से लगभग एक ने पैसे कमाने के लिए सेक्स वर्क किया है, जबकि 10 में से एक ने फाइनेंशियल इमरजेंसी की वजह से सेक्स वर्क किया.
जिन छात्रों ने सेक्स वर्क किया था, उनमें से लगभग एक तिहाई ने खुद की अंतरंग तस्वीरें (intimate photos) बेची थीं, जबकि लगभग एक चौथाई ने शुगर डेटिंग की थी और पांच में से एक ने OnlyFans प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग किया था. मार्च में OnlyFans ने फोर्ब्स को बताया कि अपने सामान्य 15% मासिक विकास की तुलना में नए साइन-अप में 75% से अधिक की वृद्धि देखी है.
कोरोना की वजह से लोगों की नौकरी चली गई, फाइनेंशियल अनिश्चितता और लॉकडाउन की वजह से लोगों का अकेलापन बढ़ गया. इसलिए ये आश्चर्य की बात नहीं है कि लोग अपने इमोशनल और सेक्शुअल जरूरतें पूरी करने के लिए ऐसे प्लैटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं. "छात्र अपने पार्ट टाइम जॉब और अपने माता पिता की आय पर बहुत ज्यादा निर्भर हैं. इसी के जरिए वे अपने मेंटेनेंस और लोन्स और रहने के खर्चे भरते हैं. ऐसा सेव द स्टूडेंट्स मनी के एक्सपर्ट (Save the Student’s money expert, जेक बटलर (Jake Butler) ने कहा. "इन महत्वपूर्ण टॉप-अप स्रोतों के साथ COVID-19 महामारी के कारण बढ़ते जोखिम के साथ इस साल हजारों छात्रों के पास यूनिवर्सिटी छोड़ने या सेक्स वर्क से पैसे कमाने के विकल्प हो सकते हैं.
फाइनेंशियल क्राइसेस छात्रों के लिए एक बड़ी चिंता का विषय है क्योंकि 71% ने कहा कि उन्होंने चाहा था कि उन्हें एक बेहतर फाइनेंशियल एज्युकेशन मिले. क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी (Queen Mary University) में प्रथम वर्ष के एक छात्र ने कहा: "मैं पैसे बचाने और अन्य चीजों को खरीदने के लिए रोज का लंच स्किप कर रहा हूं, जिसकी मुझे जरूरत है."
सर्वे के अनुसार 59% छात्रों ने विश्वविद्यालय छोड़ने का विचार किया है, वहीं 36% पैसों की परेशानी में हैं और 55% ने यूनिवर्सिटी छोड़ने का कारण अपना मानसिक स्वास्थ्य बताया. जीवित रहने के लिए छात्र पैसे कमाने के लिए मजबूर हैं. सर्वे के अनुसार 39% छात्रों ने महसूस किया कि उन्हें अन्य उपलब्ध धन विकल्पों के बारे में पता नहीं था.