Protest Against China: भारत-चीन (India-China) के बीच एक्चुअल लाइन ऑफ कंट्रोल (Actual Line Of Control) यानी एलएसी (LAC) पर बीते 15-16 जून की रात हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना (Indian Army) के 20 जवानों की शहादत को लेकर पूरे देश में चीन (China) के खिलाफ लोगों में आक्रोश है. भारतीय जवानों के शहादत को लेकर सिर्फ देश में रहने वाले ही नहीं, बल्कि विदेशों में रहने वाले भारतीयों में भी खासी नाराजगी देखने को मिल रही है. भारत-चीन सीमा विवाद (India-China Border Tension) को लेकर पूरे देश में चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का सिलसिला लगातार जारी है. एक ओर जहां देश के विभिन्न हिस्सों में लोग चीनी सामानों के साथ-साथ चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग का पुतला जलाकर अपना विरोध जताते दिख रहे हैं तो वहीं कनाडा (Canada) में रहने वाली भारतीय समुदाय के लोग भी चीन का विरोध करते नजर आए.
कनाडा के वैंकूवर (Vancouver) में भारतीय समुदाय (Indian Community) के लोगों ने लद्दाख के गलवान घाटी (Galwan Valley) में संघर्ष के दौरान शहीद हुए भारत के 20 जवानों की शहादत को लेकर चीन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर किया. भारतीय समुदाय के लोगों ने चीनी दूतावास के बाहर चीन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया. उनका कहना है कि चीन ने अपने पड़ोसियों को डराकर रखा है, वह उनकी सीमाओं में घुस जाता है. इस समय चीन विश्व का सबसे बड़ा भूमाफिया बन गया है. यह भी पढ़ें: दिल्ली: CAIT के व्यापारियों ने चीनी सामान जला कर किया विरोध प्रदर्शन, लगाए बॉयकॉट चाइना के नारे
चीन के खिलाफ प्रदर्शन
कनाडा: वैंकूवर में भारतीयों ने चीनी दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। एक प्रदर्शनकारी ने बताया-"चीन ने अपने पड़ोसियों को डरा कर रखा है, उनकी सीमाओं में घुस जाता है। चीन इस समय विश्व का सबसे बड़ा भूमाफिया बन गया है।" #GalwanValley pic.twitter.com/7jQxOwisrG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 24, 2020
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गौरतलब है कि चीन के खिलाफ भारत में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं और लोगों से चीनी सामान के बहिष्कार की अपील की जा रही है. लद्दाख के लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल (LAC) पर चीनी सैनिकों के आक्रामक रूख का विरोध करते हुए मंगलवार को हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने न सिर्फ चीन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की, बल्कि हिंदी-चीन बाय-बाय का नारा भी बुलंद किया. वहीं मुंबई में मनसे कार्यकर्ता भी चीन का विरोध करते नजर आए.