पापुआ न्यू गिनी में पिछले हफ़्ते आए भीषण भूस्खलन में 2000 से ज़्यादा लोगों के दबे होने का डर है. देश के राष्ट्रीय आपदा केंद्र ने यह जानकारी दी है. बचाव दल इस दुर्गम क्षेत्र में किसी भी जीवित बचे हुए व्यक्ति को ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं. यह भूस्खलन पापुआ न्यू गिनी के उत्तरी भाग में स्थित पहाड़ी इलाके एंगा में शुक्रवार को आया था. इससे पहले अनुमान कम थे, लेकिन अब यह संख्या काफ़ी बढ़ गई है.
आपदा आने के तुरंत बाद संयुक्त राष्ट्र ने कहा था कि 100 लोग मारे गए होंगे. बाद में देश में इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) के चीफ़ ऑफ मिशन के अनुमान के मुताबिक यह संख्या 670 तक पहुँच गई थी. यह विसंगति स्थल की दुर्गमता और सही जनसंख्या का अनुमान लगाने में कठिनाई को दर्शाती है. पापुआ न्यू गिनी में पिछली विश्वसनीय जनगणना 2000 में हुई थी और कई लोग पहाड़ी गाँवों में अलग-थलग रहते हैं.
Update: The UN estimates that at least 670 people have died in Papua New Guinea's massive landslide. Aid workers and villagers are searching for survivors amid dangerous conditions. pic.twitter.com/CemQZ5AnPk
— Volcaholic 🌋 (@volcaholic1) May 26, 2024
More than 2,000 could be buried in Papua New Guinea landslide, authorities say https://t.co/DIZ0imJajQ pic.twitter.com/XM4qRl3ced
— New York Post (@nypost) May 27, 2024
भूस्खलन शुक्रवार को सुबह 3 बजे देश के उत्तरी भाग में यंबाली गाँव से गुज़रा, जब अधिकांश समुदाय सो रहा था. करीब दो मंजिल ऊँची मलबे के नीचे 150 से ज़्यादा घर दब गए. बचाव दल ने स्थानीय मीडिया को बताया कि उन्होंने ज़मीन के नीचे से चिल्लाहटें सुनीं.
Update: At least 670 people have died in Papua New Guinea’s massive landslide, the UN estimated. Aid workers and villagers are searching for survivors amid dangerous conditions. pic.twitter.com/4wER0vnUVQ
— DW News (@dwnews) May 26, 2024
भूस्खलन के 72 घंटे से ज़्यादा समय बीत जाने के बावजूद स्थानीय निवासी अभी भी फ़ावड़े, लाठियों और अपने नंगे हाथों का इस्तेमाल कर मलबे को हटाने और किसी भी जीवित बचे व्यक्ति तक पहुँचने की कोशिश कर रहे हैं.