नई दिल्ली: इजरायली कंपनी के स्पाइवेयर के जरिए वॉट्सऐप (WhatsApp) यूजर्स की जासूसी का मामला अभी तक ठंडा नहीं हुआ था कि कुछ ऐसी ही एक और चौकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है. इस बार यूजर्स के पर्सनल डेटा पर सीधे तौर पर खतरा मंडरा रहा है. ऐसे में अगर आप सावधानी नहीं बरतते है तो आपकी प्राइवेसी में सेंध लग सकती है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मुताबिक अगर कोई शख्स आपको वॉट्सऐप पर MP4 (वीडियो) फाइल भेजता है, तो इसे डाउनलोड करने से पहले एक बार जरुर सोचे. क्योकि यह आपके स्मार्टफोन को हैकर्स के काबू में दे सकता है. दरअसल इससे स्नूपिंग अटैक (Snooping Attack) होने की आशंका होती है. यह एंड्रॉइड और आईओएस दोनों डिवाइस के लिए खतरनाक है. Whatsapp और Telegram नहीं है सुरक्षित, हैकर्स पर्सनल डेटा के साथ कर सकते हैं छेड़छाड़: रिपोर्ट
gbhackers.com के मुताबिक विशेष रूप से तैयार की गई MP4 फाइल रिमोट कोड एक्सेक्युशन (RCE) और डिनायल ऑफ सर्विस (DoS) साइबर हमले को अंजाम देने के लिए बनाई गई है. इसका खतरा फेसबुक के स्वामित्व वाले ऐप के एंड्रॉयड वर्जन 2.19.274 से पहले, जबकि 2.19.100 से पहले के iOS वर्जन के लिए सबसे ज्यादा है. विंडोज फोन की बात करें तो वॉट्सऐप के 2.18.368 वर्जन समेत इससे पहले के वर्जन में यह मिला है. व्हाट्सएप ने की पुष्टि, कहा- इजरायली साइबर कंपनी ने की भारतीय पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं की जासूसी
बताया जा रहा है कि हैकर्स इसके जरिए यूजर्स के स्मार्टफोन में मैलवेयर (Malware) दाखिल करा सकते है. जिसका उपयोग कर संवेदनशील फ़ाइलों को चुराया जा सकता है. साथ ही यूजर्स की जासूसी भी की जा सकती है.