भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके नासा सहयोगी बटच विलमोर अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर फंसे हुए हैं. दोनों अंतरिक्ष यात्रियों ने 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अंतरिक्ष से मतदान करने की अपनी उम्मीद व्यक्त की है. दोनों अंतरिक्ष यात्री ने अपने नागरिक कर्तव्यों को पूरा करने के महत्व पर जोर दिया. भले ही वे पृथ्वी से 400 किलोमीटर ऊपर हैं.
सुनीता विलियम्स ने पहले ही अपने मतपत्र के लिए अनुरोध भेज दिए हैं. उन्होंने कहा अंतरिक्ष से मतदान करने की संभावना बहुत ही अद्भुत है. बटच विलमोर ने भी इस जिम्मेदारी को महत्वपूर्ण बताया, कहा कि हमारे लिए नासा ने इसे बहुत आसान बना दिया है.
2024 के अमेरिकी चुनाव 5 नवंबर को होंगे. इसमें डेमोक्रेट कमला हैरिस और रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप के बीच मुकाबला होगा. विलियम्स और विलमोर ने अंतरिक्ष में रहकर भी इस चुनावी प्रक्रिया में भाग लेने की अपनी इच्छा व्यक्त की है.
सुनीता विलियम्स और विलमोर ने 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर पर लॉन्च किया था, जो अंतरिक्ष यान के पहले क्रू मिशन का हिस्सा था. प्रारंभ में आठ दिनों के मिशन के लिए निर्धारित, उनकी यात्रा अब तकनीकी समस्याओं के कारण आठ महीने तक खिंच गई है, और स्टारलाइनर हाल ही में बिना उन्हें वापस पृथ्वी पर लौट आया.
अंतरिक्ष में फंसीं सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने धरती से 420 किलोमीटर दूर स्पेस सेंटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया से बातचीत की और कई सवालों का जवाब दिया. उन्होंने कहा कि बोइंग विमान का उनके बिना ही रवाना होना तथा ऑर्बिट में कई महीने बिताना उनके लिए कठिन रहा है. साथ ही उन्होंने कहा कि मुझे स्पेस में रहना बहुत पसंद है. ये मेरी पसंदीदा जगहों में से एक है.
विलियम्स ने कहा, "यह मेरी खुशी की जगह है. मुझे यहां अंतरिक्ष में रहना बहुत पसंद है. विलियम्स अपनी मां के साथ कीमती समय बिताने के अवसर को खोने के कारण कुछ समय के लिए परेशान हो गईं थी. विलियम्स ने कहा कि वह एक ही मिशन पर दो अलग-अलग अंतरिक्ष यान उड़ाने को लेकर उत्साहित हैं. उन्होंने कहा, "हम टेस्टर हैं, यही हमारा काम है."
दोनों अंतरिक्ष यात्री अपनी वापसी का इंतजार करते हुए अपने वैज्ञानिक प्रयासों को जारी रखे हुए हैं और 2024 के राष्ट्रपति चुनाव में अंतरिक्ष से मतदान करने के लिए तैयार हो रहे हैं.