Manipur High Court Uses ChatGPT: मणिपुर उच्च न्यायालय ने एक केस की सुनवाई के दौरान रिसर्च करने के लिए चैटजीपीटी (AI) का उपयोग किया है. जस्टिस ए गुणेश्वर शर्मा ने बताया कि कि उन्होंने ग्राम रक्षा बल (VDF) के एक कर्मी के डिसएंगेजमेंट (सेवा से हटाने) को रद्द करने में सहायता के लिए एआई का उपयोग किया है. जज ने अपने आदेश में दर्ज किया है कि शुरुवात में सरकारी वकील से यह जानने की कोशिश की गई कि किन परिस्थितियों में अधिकारी इस तरह की वापसी का आदेश दे सकते हैं. जब कोई जवाब नहीं आया तो न्यायालय ने सॉल्यूशन पाने के लिए जवाब ढूंढने के लिए Google और ChatGPT का सहारा लिया.
न्यायालय ने कहा- AI की मदद से पता चला है कि मणिपुर में VDF की स्थापना स्थापना ग्रामीण क्षेत्रों में कानून और व्यवस्था बनाए रखने में पुलिस की सहायता के लिए की गई थी. इस बल में स्थानीय समुदायों के स्वयंसेवक शामिल हैं.
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मणिपुर HC ने रिसर्च के लिए किया चैटजीपीटी का उपयोग
Manipur High Court uses ChatGPT for research to pass order
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— Bar and Bench (@barandbench) May 24, 2024
कोर्ट ने आगे कहा कि VDF के सदस्यों की नियुक्ति सफलतापूर्वक प्रशिक्षण पूरा करने और आवश्यक मूल्यांकन पास करने के बाद होता है. इसके बाद उन्हें पुलिस बल के साथ ड्यूटी सौंपी जाती है. कोर्ट को गृह विभाग, मणिपुर द्वारा जारी एक कार्यालय ज्ञापन (OM) मिला है. इसमें VDF के लिए सेवा शर्तें उल्लेखित हैं. OM में VDF कर्मियों को उसके खिलाफ लगाए गए आरोपों को स्पष्ट करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का प्रावधान है. ऐसे में सैनिकों की वापसी का आदेश प्राकृतिक न्याय के सिद्धांतों का उल्लंघन है. इसलिए याचिकाकर्ता को तत्काल प्रभाव से बहाल करने का आदेश दिया जाता है.