सैन फ्रांसिस्को. सोशल मीडिया नेटवर्क गूगल+ (गूगल प्लस) को गूगल ने बंद करने का फैसला किया है. गूगल ने यह फैसला इसलिए लिया है कि एक बग से गूगल प्लस के पांच लाख यूजर अकाउंट प्रभावित हुए हैं. कंपनी की माने तो इससे यूजरों का डाटा एक्सटर्नल डेवलपर्स के सामने उजागर होने का खतरा है. जिसके कारण यह निणर्य लिया गया है. यह बग सिस्टम में दो साल से मौजूद था और बाहरी डेवलपर्स के चलते आया.
गूगल ने कहा है कि इस सोशल नेटवर्किंग साइट को बंद करने से पहले उसने उस बग को ठीक कर लिया था, जिसकी वजह से 50,000 लोगों के अकाउंट में निजी डाटा में सेंध लगाई गई थी. अमेरिका की दिग्गज इंटरनेट कंपनी ने कहा कि उपभोक्ताओं के लिए ‘गूगल+ ’ का सूर्यास्त हो गया। यह सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक को चुनौती देने में विफल रही थी.
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गूगल ने जानकारी देते हुए बताया कि, 'हमें इस बात का कोई सबूत नहीं मिला कि किसी डेवलपर को बग के बारे में जानकारी थी या उन्होंने एपीआई का दुरुपयोग किया. इसमें नाम, ईमेल एड्रेस, पेशा, जेंडर और उम्र शामिल हैं.
बता दें कि एक सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के कारण 2015 से 2018 के बीच बाहरी डेवलपर्स ने गूगल प्लस प्रोफाइल के डेटा में सेंध लगाने की कोशिश की. गूगल के मुताबिक करीब 5 लाख लोगों के निजी डेटा में सेंध लगाई गई थी. लेकिन गूगल ने दावा किया है कि उस बग को ठीक कर लिया गया था. ( एजेंसी इनपुट )