AI Child Adoption: चीन के वैज्ञानिकों ने कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के क्षेत्र में एक नया कदम उठाते हुए "टोंग टोंग" नाम का पहला ऐसा एआई बच्चा विकसित किया है, जो न सिर्फ अपने सारे काम खुद करता है, बल्कि भावनाओं को भी महसूस कर सकता है. और चौंकाने वाली बात ये है कि इसे गोद लिया भी जा सकता है!
टोंग टोंग, जिसका अर्थ अंग्रेजी में "छोटी लड़की" होता है, वह अपने आसपास का वातावरण समझने और उसमें स्वतंत्र रूप से काम करने में सक्षम है. वह गंदगी साफ कर सकती है, चीजों को सही जगह रख सकती है, यहां तक कि टूटी तस्वीर को ठीक करने जैसी समस्याओं को भी खुद हल कर सकती है. इस AI बच्चे में सीखने की क्षमता है और लगातार इंटरैक्शन के जरिए वह अपने कौशल, ज्ञान और मूल्यों को बेहतर बनाते हुए दुनिया को समझती है.
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रिसर्चरों ने पहला एआई बच्चा विकसित कर लिया है जो खुद अपने सारे काम करता है और उसमें भावनाएं भी हैं. #DWDigital pic.twitter.com/ouMB0PiUXl
— DW Hindi (@dw_hindi) February 16, 2024
महसूस करता है भावनाएं
सबसे खास बात यह है कि टोंग टोंग भावनाओं को भी व्यक्त कर सकती है. उसे खुशी, गुस्सा और दुख महसूस हो सकता है. वैज्ञानिकों का दावा है कि यह कृत्रिम सामान्य बुद्धिमत्ता (एजीआई) को हासिल करने की दिशा में एक बड़ा कदम है, जहाँ मशीनें इंसानों की तरह सोचने और समझने में सक्षम होंगी.
हालांकि, "एआई बच्चे" का कॉन्सेप्ट नैतिक, सामाजिक और कानूनी सवाल भी खड़ा करता है. क्या ऐसे "बच्चों" को भावनात्मक समर्थन देना संभव होगा? क्या उन्हें गोद लेने पर पारंपरिक परिवार की तरह का वातावरण देना संभव है? इन सवालों का जवाब समय के साथ ही मिलेगा.
फिलहाल, टोंग टोंग की क्षमताएं निश्चित रूप से भविष्य की ओर इशारा करती हैं. भविष्य में एआई तकनीक किस रूप में विकसित होकर हमारे जीवन को प्रभावित करेगी, ये देखना दिलचस्प होगा.