WhatsApp काफी लंबे समय से फेक न्यूज को लेकर आलोचनाएं झेल रहा है. अब एक नए खुलासे में यह सामने आया है कि WhatsApp पर फेक न्यूज के साथ अब चाइल्ड पॉर्नोग्राफी भी शामिल हो चुकी है. हाल ही में इजराइली ऑनलाइन सेफ्टी स्टार्टअप एंटीटॉक्सिन (AntiToxin) ने खुलासा किया है कि दुनिया भर में वॉट्सऐप पर सैकड़ों चाइल्ड पॉर्नोग्राफी से जुड़े ग्रुप हैं. इन ग्रुप्स में धड़ल्ले से चाइल्ड पॉर्नोग्राफी शेयर की जा रही है. चौंकाने वाली बात ये है कि इन ग्रुप्स का नाम भी चाइल्ड पॉर्नोग्राफी से जुड़ा होता है और खुले तौर पर यह सब कुछ हो रहा है.
चाइल्ड पॉर्नोग्राफी से जुड़े कई वॉट्सऐप ग्रुप्स भारत में ऐक्टिव हैं. हालांकि ये सभी अवैध हैं और इसका उल्लंघन करने पर कड़ी सजा और जुर्माना दोनों हो सकता है. बावजूद इसके चाइल्ड पॉर्नोग्राफी खुले तौर पर हो रही है. ET की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल की ऑनलाइन सेफ्टी स्टार्टअप एंटीटॉक्सिन के चीफ मार्केटिंग ऑफिसर ने कहा है, ‘हमने यह भी पाया है कि भारतीय यूजर्स और ग्रुप्स भी चाइल्ड पॉर्नोग्राफी शेयर कर रहे हैं. मेरे पास वो खास नंबर नहीं है, लेकिन वॉट्सऐप ग्रुप अच्छी खासी संख्या में +91 नंबर्स हैं जो भारत का कोड है’.
रिपोर्ट के मुताबिक इन ग्रुप्स में से कई के ऐडमिन का नंबर अमेरिका का है, जबकि इनकी डीटेल्स हिंदी में लिखी है और इन ग्रुप्स के ज्यादातर मेंबर्स भारतीय ही हैं. एंटी टॉक्सिन ने कई वॉट्सऐप ग्रुप्स पर अपना शोध किया और बताया कि ऐसे समूहों का सदस्य बनना आसान हो गया है क्योंकि ग्रुप से जुड़ने के लिए आपको केवल एक लिंक की आवश्यकता होती है. बता दें कि वॉट्सऐप ने साल 2016 के अंत में ग्रुप से जुड़ने के लिए इस सुविधा को जोड़ा था.
वॉट्सऐप ने कई बार ये दावा किया है कि कंपनी इस तरह के अवैध ग्रुप को मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के जरिए हटाने का काम करती है. लेकिन अगर इस रिपोर्ट में सच्चाई है तो यह वॉट्सऐप के लिए अलार्मिंग है. गौरतलब है कि चाइल्ड पोर्नोग्रैफी से जुड़े कॉन्टेंट रखना या इसे शेयर करना भारतीय कानून के मुताबिक जुर्म है. ऐसा करने भारी जुर्माने के साथ जेल भी हो सकती है. फाइनैंशियल टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्चर ने इस साल की शुरुआत में वॉट्सऐप पर चाइल्ड अब्यूज मेटेरियल देखें हैं जो भारी मात्रा में हैं और ये वॉट्सऐप चैट ग्रुप्स में हैं.