भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) के फैंस के लिए आज सुबह एक चौंकाने वाली खबर सामने आई. विनेश ने घोषणा की कि वह रिटायर हो रही हैं, जिसने पूरे देश को हैरान कर दिया. यह फैसला तब आया जब यह पता चला कि उन्हें पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल फाइनल से सिर्फ 100 ग्राम वजन अधिक होने के कारण अयोग्य करार दिया गया था. विनेश को सिल्वर मेडल पक्का था, लेकिन इस अयोग्यता के कारण वह पदक से चूक गईं और भारत के पदक तालिका में तीन ही पदक रह गए.
विनेश फोगाट ने इस निर्णय के खिलाफ कोर्ट ऑफ आर्बिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (CAS) में अपील की थी. अब CAS ने उनकी अपील को स्वीकार कर लिया है, जिससे उनके लिए सिल्वर मेडल जीतने का रास्ता खुल गया है.
CAS ने दिया विनेश फोगाट के पक्ष में फैसला
जब विनेश फोगाट को महिलाओं की 50 किलोग्राम फ्रीस्टाइल इवेंट के गोल्ड मेडल मैच से पहले अयोग्य घोषित कर दिया गया, तो देशभर में निराशा की लहर दौड़ गई. लेकिन विनेश ने हार नहीं मानी और CAS का दरवाजा खटखटाया. उन्होंने अपील में एक संयुक्त सिल्वर मेडल की मांग की थी. विनेश ने सेमीफाइनल में क्यूबा की पहलवान युसनेइलिस गुज़मैन लोपेज़ को हराकर फाइनल में अमेरिका की सारा हिल्डब्रांट से मुकाबला करने के लिए क्वालीफाई किया था.
https://t.co/ngvsZCxVRu | Court of Arbitration for Sports has accepted Vinesh Phogat's protest. The Indian wrestler can still win a Silver medal at the Paris Olympics
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— Republic (@republic) August 8, 2024
CAS ने विनेश की अपील पर फैसला सुनाते हुए उनके पक्ष में निर्णय दिया. इससे अब वह सिल्वर मेडल जीत सकती हैं. यह खबर भारत के लिए न सिर्फ एक राहत की सांस है, बल्कि विनेश के दृढ़ संकल्प और संघर्ष की भी सराहना की जानी चाहिए.
विनेश की लड़ाई और CAS का समर्थन
विनेश फोगाट का यह कदम उनके करियर की एक महत्वपूर्ण घटना है. पेरिस ओलंपिक में उनका पदक पहले ही तय था, लेकिन एक छोटी सी चूक ने उनकी मेहनत को छीनने की कोशिश की. CAS का फैसला न केवल उनके लिए, बल्कि उन सभी खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा है, जो न्याय और अधिकार के लिए लड़ते हैं. अब, सभी की निगाहें इस बात पर होंगी कि विनेश फोगाट सिल्वर मेडल को कैसे अपने नाम करती हैं.