टिम पेन ने उठाया गंभीर पर सवाल, कहा- टीम इंडिया की सबसे बड़ी टेंशन कोच को शांत रखना
Gautam Gambhir (Photo: BCCI)

नई दिल्ली, 16 नवंबर : बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को लेकर भारत और ऑस्ट्रेलिया की टीमें एक्शन मोड में हैं और तीखी बयानबाजी का दौर भी शुरू हो चुका है. इस बीच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन ने टीम इंडिया के मुख्य कोच गौतम गंभीर को लेकर एक बड़ा बयान दिया है.

टिम पेन ने भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर की रिकी पोंटिंग के प्रति हालिया टिप्पणियों पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में मेहमान टीम के लिए सबसे बड़ी चिंता दबाव में शांत नहीं रह पाना हो सकता है. पोंटिंग ने कहा था कि वह विराट कोहली के फॉर्म को लेकर चिंतित हैं. पिछले पांच वर्षों में उन्होंने दो टेस्ट शतक बनाए हैं. लेकिन गंभीर ने इसके जवाब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में पलटवार करते हुए कहा, "पोंटिंग का भारतीय क्रिकेट से क्या लेना-देना है? उन्हें ऑस्ट्रेलिया के बारे में बात करनी चाहिए." यह भी पढ़ें : ENG vs WI 4th T20I 2024 Preview: वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे टी20 में जीत की सिलसिला को बरक़रार रखने उतरेगी इंग्लैंड, मैच से पहले जानें हेड टू हेड रिकार्ड्स, मिनी बैटल, स्ट्रीमिंग समेत सभी डिटेल्स

इसके बाद पोंटिंग ने कहा कि गंभीर जल्दी नाराज हो जाने वाले व्यक्ति हैं. मुझे पता था कि वह कुछ ऐसी ही प्रतिक्रिया देंगे. पेन ने एसईएन रेडियो पर कहा, "मुझे यह चीज पसंद नहीं है. यह क्रिकेट के लिहाज से एक अच्छा संकेत नहीं है, क्योंकि उनसे बस एक बहुत ही सरल सवाल पूछा गया था. मुझे लगता है कि शायद वह रिकी को अभी भी ऐसे व्यक्ति के रूप में देख रहे हैं जिसके खिलाफ वह खेल रहे हैं, लेकिन रिकी अब एक कमेंटेटर हैं. उन्हें अपनी राय देने के लिए पैसे मिलते हैं, और उनकी राय बिल्कुल सही थी.

उन्होंने आगे कहा कि विराट का प्रदर्शन गिरता जा रहा है, यह निश्चित रूप से चिंता का विषय है. लेकिन मेरे लिए, भारत के लिए सबसे बड़ी चिंता रोहित शर्मा और विराट कोहली की बल्लेबाजी नहीं है, बल्कि उनके कोच और दबाव में शांत रहने की उनकी क्षमता है." ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पांच टेस्ट मैचों में से पहला टेस्ट मैच 22 नवंबर को पर्थ में शुरू होगा. इसके बाद एडिलेड, ब्रिसबेन, मेलबर्न और पर्थ में मैच होंगे. पेन का यह भी मानना है कि पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने अपने शांत रवैये से टीम को एक नई ऊर्जा दी थी. जो शायद गंभीर के कार्यकाल में आना मुश्किल है