2023 Men’s FIH Hockey World Cup: मेजर ध्यानचंद समेत वो दिग्गज खिलाड़ी जिसने भारतीय हॉकी को दिलाई नई पहचान, देश के झोली में डाले कई मेडल
मेजर ध्यानचंद ( Photo Credit: Wikipedia)

भारत (India) में एफएचआई मेन्स हॉकी वर्ल्ड कप (FIH Hockey World Cup) का आगाज 13 जनवरी को होगा. ओडिशा (Odisha) की राजधानी भुवनेश्वर (Bhubaneswar) के अलावा राउरकेला (Rourkela) में इस टूर्नामेंट के सारे मैच खेले जाएंगे. वर्ल्ड कप का फाइनल मुकाबला 29 जनवरी को होगा. टीम इंडिया हरमनप्रीत सिंह (Harmanpreet Singh) की कप्तानी में चुनौती पेश करने के लिए मैदान में उतरेगी. भारत को 2018 में भी इस टूर्नामेंट की मेजबानी मिली थी. वह चौथी बार वर्ल्ड कप का आयोजन अपने मैदान पर करेगा. इससे पहले 1982 में मुंबई और 2010 में नई दिल्ली को मेजबानी मिली थी. इस बड़े टूर्नामेंट से पहले हम उन दिग्गजों के बारे में जानेंगे जिन्होंने भारतीय हॉकी को एक अलग पहचान दी और अपने देश के लिए कई मेडल जीते. यह भी पढ़ें: हॉकी वर्ल्ड कप की ओपनिंग सेरेमनी में रणवीर सिंह के साथ कोरियन बैंड का लगेगा तड़का

मेजर ध्यानचंद

मेजर ध्यानचंद को "हॉकी का जादूगर" कहा जाता है क्योंकि वह गेंद को पकड़ने और गोल करने में बहुत अच्छे थे. उन्होंने दो ओलंपिक स्वर्ण पदक जीते हैं और ऐसा करने वाले वे दुनिया के एकमात्र खिलाड़ी हैं. मेजर ध्यानचंद ने 1932 के ओलंपिक और 1936 के ओलंपिक में दो हैट्रिक लगाई थी. वह भारत के लिए ओलंपिक गोल करने वाले पहले खिलाड़ी भी थे.

बलबीर सिंह दोसांझ

बलबीर सिंह दोसांझ ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे. उन्होंने 1948 के खेलों में ऐसा किया था. बलबीर सिंह ने 1952 के ओलिंपिक फाइनल में भी 5 गोल किए थे, जो आज भी भारतीय रिकॉर्ड है. बलबीर सिंह को उनकी उपलब्धियों के लिए भारत के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म श्री से सम्मानित किया गया था.

मोहम्मद शाहिद

मोहम्मद शाहिद एक ऐसे हॉकी खिलाड़ी थे, जिन्होंने 1979 में भारतीय जूनियर टीम के साथ पदार्पण किया था. 1980 में वह भारतीय सीनियर टीम के खिलाड़ी बने और भारत को 8वां ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाया. तब से भारत कोई और ओलंपिक पदक नहीं जीत पाया है, लेकिन मोहम्मद शाहिद को आज भी इतिहास के सर्वश्रेष्ठ हॉकी खिलाड़ियों में से एक के रूप में याद किया जाता है.

धनराज पिल्लई

धनराज पिल्लई एक बहुत प्रसिद्ध भारतीय हॉकी खिलाड़ी हैं. उनका जन्म 1980 के दशक की शुरुआत में भारत में हुआ था. वह बहुत तेज है और फारवर्ड और डिफेंसमैन दोनों के रूप में खेल सकते है. वह ओलंपिक और विश्व कप सहित कई अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में भारत के लिए खेल चुके हैं. वह वर्तमान में भारतीय टीम के कप्तान हैं.

पीआर श्रीजेश 

पीआर श्रीजेश भारत के लिए बहुत अच्छे गोलकीपर हैं और उन्होंने अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भारत की सफलता में बड़ा योगदान दिया है. वह लक्ष्यों को बचाने में विशेष रूप से कुशल है और 2011 में भारत की चैंपियनशिप जीत में वह बहुत महत्वपूर्ण योगदान था. श्रीजेश कभी-कभी दीवार की तरह गोल पोस्ट पर खड़ा होता है और यह उसे दुनिया के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपरों में से एक बनाता है.