मुंबई: भारत और पाकिस्तान के बीच 30 मार्च 2011 को विश्व कप का दूसरा हाई वाल्टेज सेमीफाइनल खेला गया था. क्रिकेट जगत में 30 मार्च शायद ही कोई फैन भुला सके. ये मैच हाई स्कोरिंग तो नहीं था, लेकिन भारतीय टीम के शानदान प्रदर्शन के बदौलत जीत दर्ज की थी. भारत ने पाकिस्तान को 29 रन से शिकस्त दी थी और 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल में जगह बनाई. सुरेश रैना ने वर्ल्ड कप 2011 जीत का श्रेय सचिन तेंदुलकर को दिया
बता दें कि भारत का पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में चला आ रही लगातार जीत का सिलसिला जारी रहा, जो वर्ल्ड कप 2019 के बाद भी जारी है. पाकिस्तान ने आईसीसी वर्ल्ड कप में आज तक भारत को हरा नहीं सका. सचिन तेंदुलकर इस मैच के हीरो थे.
मोहाली के आईएस बिंद्रा स्टेडियम में खेले गए मुकाबले में भारत ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करते हुए 9 विकेट खोकर 260 रन बनाए. टीम इंडिया की शुरुआत अच्छी थी, वीरेंद्र सहवाग (38) ने सचिन तेंदुलकर के साथ 5.5 ओवर में पहले विकेट के लिए 48 रन जुटाए.
सहवाग के आउट होने के बाद सचिन तेंदुलकर ने गौतम गंभीर के साथ दूसरे विकेट के लिए 68 रन की साझेदारी की. गंभीर ने 27, जबकि सचिन तेंदुलकर ने 115 गेंदों में 11 चौकों की मदद से 85 रन की पारी खेली. इनके अलावा सुरेश रैना ने नाबाद 36 रन बनाए. पाकिस्तान की ओर से वहाब रियाज ने 5, जबकि सईद अजमल ने 2 शिकार किए.
दूसरी इनिंग में पाकिस्तान ने 49.5 ओवर में 231 रन पर सिमट गई. पाकिस्तान की तरफ से मोहम्मद हफीज ने 43, जबकि मिस्बाह-उल-हक ने 56 रन की पारी खेली. उनके अलावा असद शफीक ने 30 रन टीम के खाते में जोड़े, लेकिन पाकिस्तान को जीत नसीब नहीं हुई. भारत की ओर से जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह को 2-2 विकेट हाथ लगे.
सेमीफाइनल के इस मुकाबले में भारत ने पाकिस्तान को 29 रनों से हराकर पाकिस्तान को वर्ल्ड की रेस से बाहर कर दिया और फाइनल में अपनी जगह बनाई. फाइनल की बात करें तो श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर दूसरी बार वनडे विश्व कप अपने नाम किया. भारत इससे पहले साल 1983 में कपिल देव की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता था. पाकिस्तान के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मुकाबले में सचिन तेंदुलकर को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया.