इंग्लैंड ने आस्ट्रेलिया को दूसरे सेमीफाइनल में मात देकर आईसीसी विश्व कप-2019 के फाइनल में जगह बना ली है. फाइनल में उसका सामना लॉर्ड्स मैदान पर न्यूजीलैंड के साथ होगा. इंग्लैंड के लिए हालांकि यहां तक का सफर आसान नहीं रहा. 2015 में खेले गए पिछले विश्व कप में टीम बेहद खराब दौर से गुजरी थी और ऐसे में इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने सीमित ओवरों में टीम के प्रदर्शन की समीक्षा की थी. कप्तान इयोन मोर्गन और उनकी टीम ने कड़ी मेहनत की और अब उनके पास अपने बोर्ड तथा सहयोगी स्टाफ को देने के लिए काफी कुछ है.
मोर्गन ने कहा, "पाकिस्तान सीरीज से पहले, मैं और मुख्य कोच ईसीबी में गए थे और हमने आंतरिक तौर पर जांच-समीक्षा की थी. वह हमारे लिए एक मौका था कि हम अपने मार्केटिंग कैम्पेन को शुरू करें और जो सवाल हमारे सामने हैं उनका जबाव दें. इसने हमें एक ईकाई के तौर पर खड़ा किया." उन्होंने कहा, "50 ओवरों की क्रिकेट टी-20 और टेस्ट मैच के कारण पिछली सीट पर पहुंच गई है. इसलिए सभी को साथ लेकर चलने में आपको यह सुनिश्चित करना होता है कि आप उन लोगों को जरूर सराहें जिन्होंने पर्दे के पीछे रहकर काम किया है क्योंकि हमारे सोशल मीडिया स्टाफ और ऑनलाइन स्टाफ ने काफी काम किया है, खासकर युवाओं ने."
मोर्गन ने बताया, "इसलिए हमने 'एक्सप्रेस योरसेल्फ' नाम से एक मुहिम लांच की है और यह अभी तक अच्छी गई है. उन्होंने हमें एक लकड़ी की तख्ती दी जिस पर सभी खिलाड़ियों ने हस्ताक्षर किए और सभी ने शुक्रिया लिखा, अपने संदेश लिखे साथ ही फोटो भी भेजी और यह तख्ती ईसीबी के ऑफिस में लगाई जाएगी." इंग्लैंड ने आस्ट्रेलिया को मात दे 27 साल बाद फाइनल में जगह बनाई है. अगर इंग्लैंड जीतती है तो वह पहली बार विश्व विजेता बनेगी. उसने पहले तीन बार यह मौका गंवाया है. 1992 से पहले इंग्लैंड ने 1987 और 1979 में फाइनल में कदम रखा था.