भारत (India) को 2007 T20 वर्ल्ड कप और 2011 ICC वर्ल्ड कप में अहम भूमिका निभाने वाले भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने रविवार को राजनीति से जुड़ने की अटकलों पर पूर्ण विराम लगा दिया है. जी हां इस दिग्गज बल्लेबाज से जब यह पूछा गया कि अगले आम चुनाव में मैदान में उतरेंगे तो उन्होंने कहा, 'बिलकुल भी नहीं.' उन्होंने कहा, 'इस तरह की अटकलें हैं जो मैंने भी सुनी हैं, ऐसा संभवत: इसलिए है कि मैं सामाजिक मुद्दे भी उठाता हूं. मेरे लिए ट्विटर हमेशा ऐसा मंच रहा है जो काफी महत्वपूर्ण है और जहां मैं सामाजिक मुद्दे उठा सकता हूं.'
वहीं जब इस पूर्व सलामी बल्लेबाज से युवा खिलाड़ियों को कोचिंग देने की बात पूछी गई तो इस दिग्गज बल्लेबाज ने सकारात्मक जवाब दिए. गौतम गंभीर ने भारत की ओर से अंतिम मैच 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ राजकोट में खेला था. उन्होंने कहा, 'जैसा कि मैंने कहा कि अब तक तो मैंने इसके बारे (राजनीति के) बारे में सोचा भी नहीं है और यह पूरी तरह से अलग चीज है. 25 साल मैंने क्रिकेट के अलावा कुछ नहीं किया, इसलिए देखते हैं कि मैं क्या करूंगा.'
गौतम गंभीर ने कहा 'जो चीज मुझे सबसे अधिक रोमांचित करती है वह एक्शन है और मुझे यकीन है कि एक्शन एसी कमरों में बैठकर कमेंटरी करने में नहीं है. मुझे नहीं पता कि मैं खिलाड़ी जितना अच्छा कोच बन पाऊंगा या नहीं.' गंभीर से जब यह पूछा गया कि क्या वह कभी क्रिकेट प्रशासन से जुड़ेंगे तो उन्होंने इससे बिलकुल साफ इनकार कर दिया.
गौतम गंभीर के पास क्रिकेट का लंबा अनुभव है. गंभीर ने भारतीय टीम के तरफ से खेलते हुए 58 टेस्ट मैचों में 4154 रन बनाए हैं. वहीं 147 वनडे मैच में खेलते हुए 5238 रन बनाये हैं. T20 में 37 मैच खेलते हुए 932 रन बनाए हैं. गौतम गंभीर ने अपने विदाई रणजी ट्रॉफी मैच में आंध्र प्रदेश के खिलाफ शानदार शतक जड़ा था.