पाकिस्तान (Pakistan) के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) को लगता है कि भारत (India) एशिया कप ग्रुप ए में पाकिस्तान के खिलाफ मैच हारने की पूरी कोशिश कर रहा था, लेकिन हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) की हरफनमौला प्रदर्शन ने उन्हें 148 रनों के लक्ष्य हासिल करने में मदद की. पांड्या के हरफनमौला प्रदर्शन ने भारत को पाकिस्तान के खिलाफ एक रोमांचक मैच में पांच विकेट से जीत दिलाने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने बेहतरीन गेंदबाजी करते हुए 25 रन देकर तीन विकेट भी लिए. यह भी पढ़ें: India vs Pak, Asia Cup 2022: हार्दिक पंड्या ने खोला राज, आखिरी ओवर के रोमांच के बारे में कही दिल की बात- Video
पाकिस्तान के 147 रन पर आउट होने के बाद, भारत एक ऐसी स्थिति में था जहां अंतिम छह ओवरों में 59 रन की जरूरत थी. वहां से, पांड्या (17 गेंदों पर नाबाद 33 रन) और रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) (29 गेंदों पर 35 रन) ने सिर्फ 29 गेंदों पर 52 रन की साझेदारी की.भले ही बाएं हाथ के जडेजा अंतिम ओवर में आउट हो गए, लेकिन पांड्या ने नवाज की गेंद पर छक्का मारकर भारत को जीत दिलाई.अख्तर ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "मैं भारत और पाकिस्तान दोनों को बधाई देना चाहता हूं. दोनों टीमों ने मैच हारने की कोशिश की, लेकिन भारत जीतने में सफल रहा. भारत मैच को गंवाने की पूरी कोशिश कर रहा था, लेकिन हार्दिक पांड्या ने उन्हें ऐसा नहीं करने दिया."अख्तर ने सलामी बल्लेबाज के रूप में पाकिस्तान के विकेटकीपर-बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान की 42 गेंदों में 43 रन की पारी की आलोचना की.
उन्होंने कहा, "आप ही मुझे बताएं, अगर रिजवान 45 गेंदों में 45 रन बनाएगा तो क्या कहा जाए? पहले छह ओवरों में 19 गेंदें खाली गई थीं, जब पाकिस्तान बल्लेबाजी कर रहा था. अगर आप इतनी सारी खाली गेंदें खेलते हैं, तो आप मुश्किल में होंगे."उन्होंने कहा, "रिजवान को समझना चाहिए कि 42 गेंदों में 43 रन बनाना बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. विराट कोहली ने भी इसी तरह की पारी खेली थी। पाकिस्तान ने अपनी बल्लेबाजी क्रम को भी गड़बड़ कर दिया और ऐसा ही भारत ने भी किया."अख्तर रिजवान के सलामी जोड़ीदार कप्तान बाबर आजम के प्रदर्शन से प्रभावित नहीं हुए, जो तीसरे ओवर में भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर आउट हो गए. उन्होंने आजम को तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करने और बाएं हाथ के बल्लेबाज फखर जमान के साथ रिजवान को सलामी बल्लेबाजी के रूप में भेजने का आह्वान किया.