बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बड़ा बयान दिया हैं. मांझी ने कहा कि राम कोई भगवान नहीं थे. राम को तुलसीदास जी और वाल्मीकि जी ने अपनी बातों को कहने के लिए पात्र बनाया. उन्होनें इस पात्र से काव्य बनाए. काव्य में बहुत सी अच्छी बातें है, उसको हम मानते हैं। हम तुलसीदास जी को मानते है, लेकिन हम राम को नहीं मानते.

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