
Fact Check: इन दिनों सोशल मीडिया पर एक हैरान कर देने वाला वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें एक टेस्ला साइबरट्रक को भारतीय किसानों द्वारा खेत जोतने के लिए इस्तेमाल करते हुए दिखाया गया है. इस वीडियो को देखकर लोग चौंक गए और सोचने लगे कि क्या अब भारत में खेती इतनी हाई-टेक हो गई है? वीडियो पहली बार 29 जून को इंस्टाग्राम पर ज्यो जॉन मुल्लूर नाम के यूजर ने शेयर किया. कैप्शन में लिखा था, “India is not for beginners.” दावा किया जा रहा है कि इस वीडियो को केरल में शूट किया गया है.
हालांकि, यह वीडियो AI-जनरेटेड है. जिसे ज्यो जॉन मुल्लूर ने jjm\_ai\_studio के तहत क्रिएट किया है. क्योंकि वे खुद एक Creative Director" और "AI Coach" हैं. उनके इंस्टाग्राम प्रोफाइल पर ऐसे कई और AI से बने वीडियो और तस्वीरें देखने को मिलती हैं.
भारतीय खेतों में टेस्ला साइबरट्रक
'साइबरट्रक भारत में वास्तव में क्या कर सकता है'
कैसे हुआ खुलासा?
वीडियो वायरल होने के बाद खुद मुल्लूर ने एक और रील पोस्ट की, जिसमें उन्होंने बताया कि – “कल मैंने टेस्ला और खेती पर एक रील पोस्ट की थी. कई लोगों ने पूछा – क्या ये सच है? कुछ ने मजाक उड़ाया, कुछ ने गुस्सा किया. लेकिन मुझे फर्क नहीं पड़ता, क्योंकि मैंने अभी दिखाया ही क्या है कि साइबरट्रक भारत में क्या कर सकता है.”
इसका मतलब साफ है – वीडियो सिर्फ एक क्रिएटिव प्रोजेक्ट था, जो एंटरटेनमेंट और कल्पना को दर्शाने के लिए बनाया गया था. इसका कोई वास्ता असली घटनाओं से नहीं है.
लोग क्यों हुए भ्रमित?
वीडियो की क्वालिटी और रियलिस्टिक विजुअल्स इतने जबरदस्त हैं कि पहली नजर में यह सच्चा लगने लगता है. खासकर जब इसे भारत जैसे देश में खेती से जोड़ दिया जाए, तो लोगों की जिज्ञासा और भी बढ़ जाती है. लेकिन यह वीडियो किसी खेत में शूट नहीं किया गया, बल्कि कंप्यूटर द्वारा बनाया गया है.
नतीजा?
यह वीडियो पूरी तरह नकली (फेक) है और इसे AI तकनीक से तैयार किया गया है. जो लोग सोच रहे थे कि अब किसान टेस्ला से खेती करने लगे हैं, उन्हें बता दें कि अभी ऐसा कुछ नहीं हुआ है.