
वसई में एक पिता ने अपने चार साल के बेटे का स्कूल के पहले दिन शाही अंदाज में स्वागत किया, जिसके बाद वह सुर्खियों में आ गया. पेशे से शिक्षक नवीत भोईर 12 जून को अपने बेटे को विद्या विकासिनी स्कूल रोल्स रॉयस कार में ले गए, जिसके पीछे फूलों से सजी पांच कारों का काफिला था. इस तरह स्कूल से बेटे को ले जाने का यह कार्यक्रम एक भव्य समारोह में बदल गया. इस जुलूस में सिर्फ़ आलीशान ढोल और उत्सवी संगीत ही नहीं था, बल्कि इससे एक जीवंत और आनंदमय माहौल भी बना. यह अनोखा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिस पर कई तरह की प्रतिक्रियाएं आ रही हैं. यह भी पढ़ें: Andhra Pradesh: विजयवाड़ा की व्यस्त सड़क के बीच में स्कूटी पर झपकी लेता दिखा व्यक्ति, वीडियो वायरल
नवित भोईर, जो खिंडीपाड़ा, कामन (वसई के पास) में जिला परिषद स्कूल में पढ़ाते हैं, उन्होंने कहा कि वह अपने बेटे के स्कूल के पहले दिन को “अविस्मरणीय” बनाना चाहते थे. एक सामान्य मील के पत्थर को एक भव्य समारोह में बदलकर, भोईर ने निश्चित रूप से ऐसा ही किया है. कुछ लोगों ने अपने बच्चे के लिए एक “यादगार और गौरवपूर्ण क्षण” बनाने के लिए पिता की प्रशंसा की. हालांकि, आलोचकों ने इसे फिजूलखर्ची का अनावश्यक प्रदर्शन करार दिया और सवाल उठाया कि क्या इस तरह की सार्वजनिक भव्यता सही उदाहरण पेश करती है.
पिता ने चार साल के बेटे के स्कूल का पहला दिन बनाया यादगार
महाराष्ट्र के वसई में एक पिता ने अपने बेटे के स्कूल के पहले दिन को यादगार बनाने के लिए ऐसा काम किया,जिसकी हर तरफ चर्चा हो रही है.टीचर पिता ने अपने बेटे के स्कूल के पहले दिन को 'शाही' बनाने के लिए RollsRoyce और 5 कारों के काफिले साथ स्कूल में प्रवेश किया#maharastra @Dev_Fadnavis pic.twitter.com/H4Z6HTP0Lp
— भरत दुर्गम{vihaan Durgam} (@bhratdurgam) June 16, 2025
मिश्रित प्रतिक्रिया के बावजूद, भोईर के इस कदम ने इस बात पर व्यापक चर्चा को जन्म दिया है कि माता-पिता को अपने बच्चों की उपलब्धियों का जश्न मनाने के लिए किस हद तक जाना चाहिए और इसमें खुशी, प्यार और व्यक्तिगत अभिव्यक्ति की क्या भूमिका है. चाहे इसे दिल को छूने वाला माना जाए या अतिशयोक्तिपूर्ण, इस पिता के इस कदम ने इंटरनेट और स्थानीय समुदाय का ध्यान आकर्षित किया है.