एक दिल दहला देने वाली घटना कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें एक तेंदुए को हाईवे पर कार के बोनट के नीचे से निकलने के लिए संघर्ष करते हुए दिखाया गया है. घटना किस स्थान पर हुई यह अभी पता नहीं चल पाया है. दिल दहला देने वाला वीडियो एक व्यस्त हाइवे पर एक सफेद कार के टूटे हुए हिस्से से खुद को मुक्त करने के लिए डरा हुआ और घायल तेंदुआ दिखाता है. जैसे ही चालक ने कार को उलट दिया, तेंदुआ बोनट के रास्ते से हट गया और जितनी तेजी से भाग सकता था, भाग गया. शुक्र है कि तेंदुआ जिंदा है और उसका पता लगाने और उसका इलाज करने की कोशिश की जा रही है. यह भी पढ़ें: Maharashtra: नासिक के रिहायशी इलाके में तेंदुआ घुसने से लोगों में दहशत, एक पालतू कुत्ते पर हमला कर जान भी ली- Watch Video
वीडियो को IFS अधिकारी सुशांत नंदा ने ट्विटर पर एक कैप्शन के साथ साझा किया, जिसमें लिखा था, “जंगली और दर्दनाक. दिल दहला देने वाला. लीनियर इन्फ्रास्ट्रक्चर के कारण हमारे जंगली जानवरों को नष्ट होते हुए देखने से ज्यादा दुखद कुछ नहीं हो सकता… ”
देखें वीडियो:
Wild & painful 😣 Heartbreaking. Nothing can be more distressing than seeing our wild getting destroyed due to linear infrastructure…
VC: @WildLense_India pic.twitter.com/jLiGyylzpe
— Susanta Nanda IFS (@susantananda3) June 20, 2022
अभिनेत्री रवीना टंडन ने तेंदुए के भागते हुए एक वीडियो साझा किया और लिखा, "इस खूबसूरत तेंदुए के लिए प्रार्थना ... उम्मीद है कि वह बच जाएगा, भले ही वह बुरी तरह से घायल हो, वह जंगल में भाग जाए. मुझे उम्मीद है कि हमारे राजनेता इस तथ्य से जागेंगे कि संरक्षण के तरीकों के बारे में अच्छी तरह से सोचकर रैखिक विकास हाथ से हो सकता है.”
देखें वीडियो:
Prayers for this beautiful leopard… hope he survives,even though he’s badly wounded , he escapes into the jungle . @WildLense_India I hope our politicians wake to the fact that linear development can happen hand in hand with well thought of conservation methods. pic.twitter.com/KbdhgRoaZS
— Raveena Tandon (@TandonRaveena) June 20, 2022
वीडियो देखने के बाद यूजर्स और वन्यजीव कार्यकर्ता परेशान हो गए. कई लोगों ने राजमार्गों के विकास को जिम्मेदार ठहराया जो जंगली जानवरों के जीवन को खतरे में डाल रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, 'अब यह तेंदुए के लिए दयनीय लग रहा है. लेकिन भविष्य में इंसानों की ऐसी ही दयनीय स्थिति होगी.. और नियंत्रण प्रकृति के पास होगा.. आइए जितनी जल्दी हो सके खुद को पुनर्व्यवस्थित करें.”