पढ़ने का जूनून: हाथ के सहारे 3 km चलकर रोज जाता है स्कूल, राष्ट्रपति ने भी जज्बे को किया सलाम, देखें Video

स्कूल के विषय में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है कि जब कोई वहां जाना शुरु करता हैं तब रोता हैं. यूं तो स्कूल के नाम पर सभी बच्चों का पसीना छूटने लगता है और ज्यादातर बच्चे स्कूल जाने के नाम पर रोने लगते हैं.

वायरल Dinesh Dubey|
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    पढ़ने का जूनून: हाथ के सहारे 3 km चलकर रोज जाता है स्कूल, राष्ट्रपति ने भी जज्बे को किया सलाम, देखें Video

    स्कूल के विषय में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है कि जब कोई वहां जाना शुरु करता हैं तब रोता हैं. यूं तो स्कूल के नाम पर सभी बच्चों का पसीना छूटने लगता है और ज्यादातर बच्चे स्कूल जाने के नाम पर रोने लगते हैं.

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    पढ़ने का जूनून: हाथ के सहारे 3 km चलकर रोज जाता है स्कूल, राष्ट्रपति ने भी जज्बे को किया सलाम, देखें Video
    3 km हाथ के सहारे चलकर जाता है स्कूल (File Photo)

    स्कूल के विषय में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है कि जब कोई वहां जाना शुरु करता हैं तब रोता हैं. यूं तो स्कूल के नाम पर सभी बच्चों का पसीना छूटने लगता है और ज्यादातर बच्चे स्कूल जाने के नाम पर रोने लगते हैं. लेकिन स्कूल जाने का ऐसा जज्बा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा. दरअसल एक बच्चा ऐसा भी है जो पढ़ने के लिए हाथ के सहारे 3 किलोमीटर हर रोज चलकर स्कूल जाता है.

    जानकारी के मुताबिक यह बच्चा इंडोनेशिया (Indonesia) के पश्चिमी जावा प्रांत के सुकाबुमी शहर के एक गांव में रहने वाला अब्दुल खोलिस (Adul Kholik) है. आठ साल के अब्दुल का परिवार बहुत गरीब है. उसे प्यार से लोग अदुल नाम से बुलाते हैं. हाल ही में वह तब सुर्खियों में आ गया जब उसका एक स्कूल जाने का वीडियो वायरल हुआ. दरअसल वह अजन्मजात बीमारी से पीड़ित है . इसलिए अपने पैरों से चल नहीं सकता.

    लेकिन उसने अपनी इस कमजोरी को हावी नहीं होने दिया और हाथों के सहारे चलना शुरू किया. वह रोज तीन किलोमीटर हाथों के सहारे चलकर स्कूल जाता है. एक दिव्यांग बच्चे के इस जज्बे को हर किसी ने सलाम किया. यहां तक कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने भी अब्दुल से मुलाकात की.

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब्दुल के गांव से स्कूल जाने के लिए सड़क नहीं है. इसलिए वह हाथों में चप्पल पहनकर ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्तों पर हाथ के सहारे चलकर पढने जाता है. अब्दुल जिस स्कूल में पढता है वहां के टीचर्स के मुताबिक वह पूरे दिन बहुत एक्टिव रहता है. इतना ही नहीं अब्दुल दूसरें बच्चों से ज्यादा मोटिवेटेड छात्र भी है.

    स्कूल के विषय में एक कहावत बहुत प्रसिद्ध है कि जब कोई वहां जाना शुरु करता हैं तब रोता हैं. यूं तो स्कूल के नाम पर सभी बच्चों का पसीना छूटने लगता है और ज्यादातर बच्चे स्कूल जाने के नाम पर रोने लगते हैं. लेकिन स्कूल जाने का ऐसा जज्बा आपने पहले कभी नहीं देखा होगा. दरअसल एक बच्चा ऐसा भी है जो पढ़ने के लिए हाथ के सहारे 3 किलोमीटर हर रोज चलकर स्कूल जाता है.

    जानकारी के मुताबिक यह बच्चा इंडोनेशिया (Indonesia) के पश्चिमी जावा प्रांत के सुकाबुमी शहर के एक गांव में रहने वाला अब्दुल खोलिस (Adul Kholik) है. आठ साल के अब्दुल का परिवार बहुत गरीब है. उसे प्यार से लोग अदुल नाम से बुलाते हैं. हाल ही में वह तब सुर्खियों में आ गया जब उसका एक स्कूल जाने का वीडियो वायरल हुआ. दरअसल वह अजन्मजात बीमारी से पीड़ित है . इसलिए अपने पैरों से चल नहीं सकता.

    लेकिन उसने अपनी इस कमजोरी को हावी नहीं होने दिया और हाथों के सहारे चलना शुरू किया. वह रोज तीन किलोमीटर हाथों के सहारे चलकर स्कूल जाता है. एक दिव्यांग बच्चे के इस जज्बे को हर किसी ने सलाम किया. यहां तक कि इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने भी अब्दुल से मुलाकात की.

    मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अब्दुल के गांव से स्कूल जाने के लिए सड़क नहीं है. इसलिए वह हाथों में चप्पल पहनकर ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्तों पर हाथ के सहारे चलकर पढने जाता है. अब्दुल जिस स्कूल में पढता है वहां के टीचर्स के मुताबिक वह पूरे दिन बहुत एक्टिव रहता है. इतना ही नहीं अब्दुल दूसरें बच्चों से ज्यादा मोटिवेटेड छात्र भी है.

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