कौन है रितिका जिंदल? आईएएस अफसर ने दशहरे के मौके पर कराया हवन और पंडितों को पढाया समानता का पाठ, ट्विटर पर #SackRitikaJindal हुआ ट्रेंड
IAS रितिका जिंदल (Photo Credits-Twitter)

नई दिल्ली, 26 अक्टूबर. दशहरे (Dussehra) के मौके पर एक आईएएस अफसर (IAS Officer) द्वारा हवन में हिस्सा लेने को लेकर सोशल मीडिया पर जंग छिड़ी हुई है. यूजर्स लगातार इस मसले पर आईएएस अफसर को ट्रोल करते दिखाई पड़ रहे हैं. इससे पहले आपकी जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के सोलन में दशहरे के दिन मां शूलिनी के दरबार में महिला आईएएस अधिकारी रितिका जिंदल (Ritika Jindal) को हवन यज्ञ करने से रोका गया. साथ ही पंडितों ने तर्क दिया कि कोई भी महिला हवन में शामिल नहीं हो सकती है. जिसके बाद महिला ने मंदिर में मौजूद पंडितों को समानता का पाठ पढ़ाते हुए हवन में हिस्सा लिया. इसे लेकर सोशल मीडिया पर लोग उन्हें ट्रोल कर रहे हैं साथ ही उन्हें बर्खास्त करने की मांग कर रहे हैं.

ज्ञात हो कि रितिका जिंदल ने समानता का हवाला देते हुए पंडितों को पाठ पढाया और हवन में हिस्सा लिया, लेकिन कुछ लोगों को यह बात पसंद नहीं आ रही हैं. जो यह दर्शाती हैं कि हमारे समाज में नारी के सम्मान को लेकर सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें होती हैं, लेकिन उन्हें बराबरी के हक की दृष्टी से नहीं देखा जाता है. अगर ऐसा नहीं है तो इस महिला को हवन में शामिल होने से नहीं रोका जाता. रितिका जिंदल के इस फैसले की ट्विटर यूजर्स आलोचन कर रहे हैं और उन्हें #SackRitikaJinda लिखकर ट्रोल कर रहे हैं. यह भी पढ़े-Tanishq Ad Row: तनिष्क के नए विज्ञापन पर फूटा लोगों का गुस्सा, देखें 5 ऐसे Interfaith Ads जिसमें दिया गया है हिंदू-मुस्लिम एकता का खूबसूरत संदेश

ट्विटर पर #SackRitikaJindal हुआ ट्रेंड-

प्रकल्प नामक यूजर ने किया ये ट्वीट-

एक नया यूजर ने लिखा कि-

मदार चंद प्यारे नामक यूजर ने लिखा कि मेरी हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची है-

आरएम शेट्टी नामक यूजर ने लिखा कानूनी एक्शन होना चाहिए-

जानिए कौन है रितिका जिंदल?

रितिका जिंदल एक आईएएस अफसर हैं और वो हिमाचल के सोलन में कार्यकारी तहसीलदार के पद पर हैं. उनका जन्म 1986 में हुआ था. उनकी परवरिश पंजाब में हुई है. साथ ही वे मोगा की रहने वाली हैं. रितिका ने सिर्फ 22 साल की उम्र में साल 2018 में यूपीएससी की परीक्षा पास की थी. इस परीक्षा में उन्होंने 88वां रैंक हासिल किया था और आईएएस बनी थी.