Tanishq Ad Row: त्योहारी सीजन के मौके पर ज्वेलरी ब्रांड तनिष्क (Tanishq) ने एक खूबसूरत विज्ञापन (Beautiful Ad) जारी किया, जिसमें हिंदू लड़की का मुस्लिम लड़के से विवाह (Interfaith Marriage) दिखाया गया है. तनिष्क के इस नए विज्ञापन को 'लव जिहाद' (Love Jihad) बताकर सोशल मीडिया यूजर्स (Social Media Users) ने इसका बहिष्कार किया है, लोगों के गुस्से के कारण तनिष्क ने अपने इस विज्ञापन को हटा दिया है. विज्ञापन को लेकर यूजर्स का गुस्सा इतना ज्यादा था कि ट्विटर पर #BoycottTanishq ट्रेंड करने लगा. हालांकि तनिष्क ने मंगलवार को एक बयान जारी किया, जिसमें कहा गया है कि लोगों की भावनाओं को अनजाने में आहत करने के लिए कंपनी को खेद है.
तनिष्क (Tanishq) के इस नए विज्ञापन में एक हिंदू महिला को दिखाया गया है, जिसकी शादी एक मुस्लिम परिवार में हुई है. विज्ञापन में मुस्लिम परिवार अपने रीति-रिवाजों के अनुसार हिंदू महिला की गोदभराई कर रहा है, जिसे देखकर कुछ ट्विटर यूजर्स ने आरोप लगाया है कि इस विज्ञापन में लव जिहाद को बढ़ावा दिया गया है और देखते ही देखते इस विज्ञापन को लेकर तनिष्क के खिलाफ मुहिम शुरू हो गई. गुस्साए लोगों ने तनिष्क के गहने न खरीदने की अपील करते हुए इसका बहिष्कार करने की मांग की है.
दरअसल, तनिष्क अपने क्रिएटिव विज्ञापन के लिए जाना जाता है और इसके कई विज्ञापन ने लोगों के दिलों को छुआ भी है, लेकिन इसका नया विज्ञापन लोगों को रास नहीं आ रहा है. इस बीच हम आपके लिए लेकर आए हैं 5 ऐसे खूबसूरत इंटरफेथ विज्ञापनों (Interfaith Ads) की लिस्ट, जिसमें हिंदू-मुस्लिम एकता, दो धर्मों के बीच भाईचारे और एकता का संदेश दिया गया है. यही कारण है कि इनमें से कई विज्ञापन आज तक चल रहे हैं और लोग उसे पसंद भी करते हैं.
यूनाइटेड कलर ऑफ बेनेटन
ब्रूक बॉन्ड
रेड लेबल
केबीसी प्रोमो
गूगल
साल 2018 में दुर्गा पूजा के दौरान नॉनवेज फूड का सेवन करते हुए दिखाने वाले एक विज्ञापन को लेकर विवाद होने के बाद फॉर्च्यून फूड्स ने उस विज्ञापन को वापस ले लिया था. हिंदू जनजागृति समिति ने उस विज्ञापन को लेकर आपत्ति जताते हुए कहा था कि नवरात्रि के दौरान नॉनवेज भोजन करना निषिद्ध है. उस विज्ञापन को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की व्यापक प्रतिक्रिया को देखते हुए ब्रांड को माफी मांगनी पड़ी और विज्ञापन को वापस लेना पड़ा था. यह भी पढ़ें: जरुरी जानकारी | तनिष्क का विज्ञापन मानकों के अनुरूप : विज्ञापन मानक परिषद
इसी तरह कुछ साल पहले जावेद हबीब के विज्ञापन में मां दुर्गा को पार्लर जाते हुए दिखाया गया था, लेकिन सोशल मीडिया पर लोगों के गुस्से को देखते हुए उस विज्ञापन को हटा दिया गया. आज ब्रांड को सोच-समझकर विज्ञापन बनाना पड़ता है, नहीं तो सोशल मीडिया पर उन्हें भारी विरोध का सामना करना पड़ता है. हालांकि सोशल मीडिया जहां किसी के खिलाफ विरोध जताने का एक बेहतरीन प्लेटफॉर्म है तो वहीं इसके सकारात्मक पहलू भी हैं. इसका उदाहरण हाल ही में देखने को मिला जब यूजर्स ने बाबा का ढाबा की तस्वीरें और वीडियो शेयर करके सोशल मीडिया की ताकत दिखाते हुए बुजुर्ग दंपत्ति की मदद की थी, लेकिन अब सोशल मीडिया पर फूटे लोगों के गुस्से के कारण तनिष्क को अपना विज्ञापन वापस लेना पड़ा है.