लखनऊ. कोरोना (Coronavirus Pandemic) ने भारत सहित पूरी दुनिया में कोहराम मचाया हुआ है. कोविड-19 से संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है. दिल्ली के निजामुद्दीन तबलीगी जमात (Tablighi Jamaat) में शामिल हुए लोग पिछले कई दिनों से चर्चा में हैं. इसके पीछे की वजह है यहां शामिल हुए लोगों की कोरोना से पॉजिटिव होने की खबरें. मार्च महीने में आयोजित हुए इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे. जिसके बाद ये सभी लोग देश के अन्य राज्यों में वापस चले गए हैं. जहां इनके कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी रोजाना सामने आ रही है.
वही तबलीगी जमात को लेकर कई तरह की फर्जी खबरें भी उत्तर प्रदेश में फैलाई जा रही हैं. यूपी से चार ऐसे मामले आए हैं जिसमे प्रिंट, टीवी और डिजिटल मीडिया के ट्विटर अकाउंट से फर्जी खबरें वायरल की गई हैं, पुलिस ने ऐसे मामलो पर इस प्रकार जवाब दिया है. सहारनपुर को लेकर अलग-अलग न्यूज़ चैनलों और सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें प्रकाशित हुई हैं कि क्वारंटाइन के दौरान जमातियों ने खाने में नॉन वेज न मिलने पर हंगामा किया और खुले में शौच कर दी. यह भी पढ़े-Coronavirus: उत्तर प्रदेश में कोरोना का कहर, सरकार ने राज्य के 15 जिलों में 104 छोटे बड़े हॉटस्पॉट बनाए
इस खबर पर सहारनपुर पुलिस ने ट्वीट कर बताया कि यह खबर जांच की गई और इसे गलत पाया गया है. इसलिए हम इसका खंडन करते हैं.
सहारनपुर पुलिस का ट्वीट-
— Saharanpur Police (@saharanpurpol) April 5, 2020
फिरोजाबाद पुलिस ने भी फर्जी खबर Zee News UP Uttarakhand द्वारा एक फर्जी खबर पर अपनी प्रतिक्रिया दी. जिसमे कहा गया था कि मेडिकल टीम और एम्बूलेंस गाडी पर पथराव किया गया है. पुलिस ने कहा आपके द्वारा किया गया ट्वीट तुरंत डिलीट करें क्योंकि यह खबर पूरी तरह से गलत है.
फिरोजाबाद पुलिस का ट्वीट-
आपके द्वारा असत्य एवं भ्रामक खबर फैलायी जा रही है जबकि जनपद फिरोजाबाद में न तो किसी मैडीकल टीम एवं न ही एम्बूलेंस गाडी पर किसी तरह का पथराव नहीं किया गया है । आप अपने द्वारा किये गये ट्विट को तत्काल डिलीट करें ।
— Firozabad Police (@firozabadpolice) April 6, 2020
प्रयागराज पुलिस ने एक ऐसी खबर पर प्रतिक्रिया देते हुए उसकी सच्चाई के बारें में बताया सांप्रदायिक तनाव बढ़ सकता था. लोटन निषाद नाम के एक व्यक्ति की मौत के बाद कई स्थानीय मीडिया चैनलों और डिजिटल पोर्टल्स ने दावा करते हुए कहा कि उसकी हत्या जमात से जुड़े एक शख्स ने की है. प्रयागराज पुलिस ने जानकारी देते हुए स्पष्ट किया कि हत्या के पीछे न तो कोई सांप्रदायिक एंगल है और न ही आरोपी इस्लामिक ग्रुप से जुड़ा है.
प्रयागराज पुलिस का ट्वीट-
थाना करैली में FIR 127/2020 पंजीकृत कर नामजद वअन्य कुल 8 लोगों को हिरासत में लिया गया है। मृतक औरअभियुक्त पक्ष पास-पड़ोस के रहने वाले हैं,इनमें से किसी का भी सम्बन्ध तबलीगी जमात से होने की बात प्रकाश में नहीं आयी है। विवेचना के आधार पर कठोर विधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है। https://t.co/BNpJ9nUqcV
— PRAYAGRAJ POLICE (@prayagraj_pol) April 5, 2020
समाचार एजेंसी एएनआई की खबर पर डीसीपी ने सफाई देते हुए इसकी सच्चाई के बारें में बताया जिसमे नोएडा के एक नए कोरोना मामले का लिंक तबलीगी जमात से जोड़ा गया था.
@ANINewsUP people who had come in contact with the positive case were quarantined as per laid procedure.
There was no mention of Tabligh Jamat. You are misquoting and spreading fake news@noidapolice @Uppolicehttps://t.co/HwIM5Cr7K3
— DCP_Noida (@DCP_Noida) April 7, 2020
एएनआई के ट्वीट का स्क्रीनशॉट-
ज्ञात हो कि उत्तर प्रदेश में तबलीगी जमात के 1551 लोगों की पहचान की गई है जिनमें से 1257 को क्वारंटाइन में भेजा गया है. अपर मुख्य सचिव (गृह एवं सूचना) अवनीश कुमार अवस्थी ने बताया कि मेरठ से 232, बरेली से 227, कानपुर से 10, वाराणसी से 213, लखनऊ से 92, आगरा से 131 लोगों का समावेश है.