रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हाल ही में एक वीडियो जारी किया है जिसमें वे रूसी रूढ़िवादी ईसाई त्योहार एपिफेनी के अवसर पर बर्फीले पानी में स्नान करते हुए दिखाई दे रहे हैं. यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है और लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया है.
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि रूसी राष्ट्रपति ने ठंडे पानी में डुबकी लगाकर एपिफेनी पर्व मनाया है. इसकी शुरुआत 19 जनवरी के शुरुआती घंटों में हुई थी.
एपिफेनी, जिसे रूस में "क्रेश्चेनिये" भी कहा जाता है, ईसा मसीह के बपतिस्मा का जश्न मनाने का एक महत्वपूर्ण ईसाई त्योहार है. इस त्योहार के दौरान, कई रूढ़िवादी ईसाई बर्फ से ढकी नदियों और झीलों में स्नान करते हैं, जिसे पवित्र स्नान माना जाता है.
Keep Cool & Believe: Russian President Putin Taking Epiphany Dip (Archive 📹)
You can freeze Russian assets, but you can't freeze its spirit. pic.twitter.com/NtZkpssbp1
— RT_India (@RT_India_news) January 19, 2024
वीडियो में, पुतिन को उत्तर-पश्चिमी रूस में एक झील पर बने बर्फ के छेद के पास आते हुए देखा जा सकता है. वह फिर बर्फीले पानी में कई बार डुबकी लगाते हैं और बाहर निकल आते हैं. वीडियो में पुतिन काफी शांत और तरोताजा दिखाई दे रहे हैं, जिससे लगता है कि उन्हें बर्फीले पानी में स्नान करने में कोई परेशानी नहीं हुई.
पुतिन के इस वीडियो के वायरल होने के कई कारण हैं. एक कारण यह है कि पुतिन 65 वर्ष के हैं और इतनी उम्र में बर्फीले पानी में स्नान करना अपने आप में एक बड़ी बात है. दूसरा कारण यह है कि पुतिन रूस में एक मजबूत और कठोर नेता के रूप में जाने जाते हैं, और यह वीडियो उनकी इस छवि को और मजबूत करता है.
एपिफेनी का त्योहार के दौरान सुबह उठकर बर्फी पानी में तीन बार डुबकी लगानी होती है. इस दौरान एक पादरी पानी की पूजा करता है. ऐसा कहा जाता है कि इस पानी में नहाने से कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं.