एक चीनी महिला ने यह जानने के बाद अदालत का दरवाजा खटखटाया कि उसका पति शादी से पहले एचआईवी से संक्रमित था और उसने यह बात उससे छिपाई. महिला की याचिका पर सुनवाई के बाद, शंघाई के मिनहांग जिले में अदालत ने उसके पक्ष में फैसला सुनाया और सोमवार को जोड़े के विवाह को रद्द कर दिया. ली सरनेम से जानी जानेवाली महिला और उसका पति जियांग नाम से जाना जाता है. लड़की के पति को जून में पता चला कि वो प्रेग्नेंट है. जिसके बाद दोनों ने शादी का फैसला किया. शादी के कुछ दिनों बाद शख्स ने अपनी पत्नी को बताया कि वो एचआईवी संक्रमित है और वो लम्बे समय से इसकी दवाई ले रहा है. डेली मेल ने बताया कि पति की हालत जानने के बाद महिला ने अपना गर्भपात करवाया और अदालत में एक याचिका दायर की.
अदालती कार्यवाही के दौरान जियांग ने उसे समझाने की कोशिश की कि उसके द्वारा ली जाने वाली दवाई के कारण उसे और उसके बच्चे को एचआईवी इन्फेक्टेड होना लगभग असंभव है. हालांकि, महिला अपने पति की बात को मानने से मना कर दिया और अपने फैसले पर अड़ी हुई थी. यह भी पढ़ें: सरकारी स्कूल की किताब में गलत जानकारी, शादी से पहले किया सेक्स तो हो जाओगे HIV के शिकार
दिलचस्प बात यह है कि यह मामला पिछले विवाह कानून के बजाय चीन के नए नागरिक संहिता के तहत आने वाले पहले वैवाहिक विवादों में से एक था, जो इस साल 1 जनवरी को लागू हुआ. नागरिक संहिता यह निर्धारित करती है कि विवाह के लिए पंजीकरण से पहले नागरिकों को बड़ी बीमारियों के बारे में सच्चाई से अवगत कराना चाहिए.