कोरोना वायरस लॉकडाउन (Coronavirus Lockdown) शुरू होने के बाद कई जंगली जानवरों (Wild Animals) और पक्षियों (Birds) को सड़कों पर आजादी से घूमने हुए देखा जा चुका है. दरअसल, कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान लोग अपने घरों में बंद हैं. ऐसे में कई जंगली जानवर रिहायशी इलाकों में सैर-सपाटे का आंनद लेते नजर आ रहे हैं. भारत के अलावा दुनिया के तमाम देशों से जानवरों की दिलचस्प तस्वीरें सामने आ रही हैं. इस बीच बोस्टन (Boston) के फ्रैंकलिन पार्क चिड़ियाघर (Franklin Park Zoo) से एक मोर (Peacock) के फरार होने की खबर सामने आई है, हालांकि पुलिस अधिकारी की एक मजेदार तरकीब से मोर वापस चिड़ियाघर में लौट आया है.
दरअसल, चिड़िया घर से फरार हुए मोर को वापस लाने के लिए पुलिस ने अपने फोन पर मेटिंग कॉल का सहारा लिया, जिससे आकर्षित होकर मोर चिड़ियाघर में वापस लौट आया. मोर का नाम स्नोबैंक है, जो साल 2013 से फ्रैंकलिन पार्क चिड़ियाघर में रह रहा है. रक्सबरी (Roxbury) इलाके में सोमवार सुबह 6 बजे पेट्रोलिंग कर रहे पुलिस अधिकारियों को एक नगरिक ने मोर की सूचना दी थी.
मोर को वापस लाने में मदद करने के लिए चिड़ियाघर प्रशासन ने पुलिस को धन्यवाद दिया है. चिड़ियाघर के एक प्रवक्ता ने कहा- फ्रैंकलिन पार्क चिड़ियाघर में मोर स्वतंत्र रूप से घूम रहे हैं, यह वर्तमान में उनके संभोग का मौसम है, ऐसे में मोरनी की तलाश में यह मोर आगे चला गया होगा.
देखें तस्वीरें-
File this under stories you can't make up... A @bostonpolice ofc rescued a peacock that escaped from the Franklin Park Zoo by catfishing the lusty bird. You'll wanna watch this tonight. @7News pic.twitter.com/ZKaBbSCmXU
— Justin Bourke (@JBourkeOn7) May 12, 2020
देखें वीडियो-
चिड़ियाघर से मोर के फरार होने पर उसे वापस लाने के लिए बोस्टन पुलिस विभाग और पशु नियंत्रण ने साथ काम किया और मोर को वापस लाने में कामयाब रहे. चिड़ियाघर प्रशासन का कहना है कि वो वापस लौट आया है और अच्छा कर रहा है. यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र: लॉकडाउन के बीच नासिक में घूमते दिखे मोर, कैमरे में कैद हुआ मनमोहक नजारा, देखें वीडियो
गौरतलब है कि लॉकडाउन के दौरान दुनिया भर के कई देशों में जानवरों और पक्षियों को रिहायशी इलाकों में आजादी से चहल कदमी करते हुए देखा जा रहा है. यहां तक कि समुद्री जीवों को भी लॉकडाउन के दौरान विभिन्न स्थानों पर अक्सर देखा जा रहा है, क्योंकि लॉकडाउन के चलते मानव गतिविधियां कम हो गई हैं, जिससे नदियों का पानी साफ हो गया है.