सोशल मीडिया पर 1 मिनट 40 सेकंड का एक वीडियो वायरल हुआ है, जिसमें सेंट्रल रेलवे के नाहुर स्टेशन पर एक बुकिंग क्लर्क कथित तौर पर मराठी में बात करने से इनकार कर रहा है. 25 नवंबर को शाम 6:49 बजे X पर शेयर किए गए इस वीडियो को मंगलवार तक 56,700 बार देखा जा चुका है. वीडियो में एक मराठी भाषी यात्री मराठी में टिकट मांग रहा है. हालांकि, बुकिंग क्लर्क जवाब देता है, “मुझे मराठी नहीं आती.” इस जवाब ने मराठी भाषी लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, जो इसे स्थानीय भाषा के प्रति अनादर के रूप में देखते हैं. कथित तौर पर यह वीडियो एक यात्री ने रिकॉर्ड किया था, जिसे क्लर्क का व्यवहार अस्वीकार्य लगा.
वीडियो वायरल होने के बाद क्लर्क को स्थानीय यात्रियों से बात करते समय मराठी में बात करने के निर्देश दिए गए हैं. रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "कर्मचारी को फटकार लगाई गई है और यात्रियों से बातचीत करते समय स्थानीय भाषा मराठी का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए गए हैं." इस घटना से व्यापक असंतोष फैल गया है, विशेषकर 'मराठी मानुष' के बीच, जो सार्वजनिक सेवाओं में मराठी संस्कृति और भाषा के संरक्षण की वकालत करते हैं.
सेंट्रल रेलवे बुकिंग क्लर्क को मराठी न आने पर शख्स ने की दादागिरी:
एकतर महाराष्ट्रात राहून मराठी येत नाही आणि दादागिरी बघा...
महाराष्ट्रात पोट भरणाऱ्या प्रत्येकाला मराठी आलीच पाहिजे!
रेल्वे कर्मचाऱ्याचा जाहीर निषेध! pic.twitter.com/kAyFznU641
— Subhash Shelke - सुभाष शेळके (@suvishelke) November 25, 2024
यह वीडियो 25 नवंबर को शाम 6.49 बजे शुभाश शेलके द्वारा पोस्ट किया गया था. वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए कई मराठी भाषी नेट उपयोगकर्ताओं ने यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की है कि रेलवे कर्मचारी मराठी में कुशल हों और यात्रियों की भाषाई प्राथमिकताओं का सम्मान करें.