नई दिल्ली: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने देश में स्वच्छता को बढ़ावा देने के लिए 'स्वच्छ भारत मिशन' (Swachh Bharat Mission) चला रखा है. इसके पीछे मात्र एक ही मकसद है कि देश साफ और स्वच्छ रहे. लोगों को जागरूक करने के लिए खुद कई बार पीएम मोदी सफाई अभियान में शामिल हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे लोग हैं जो गंदगी फैलाने से बाज नहीं आ रहे हैं. ऐसा ही कुछ मामला बीते 30 अक्टूबर को कर्नाटक के मडिकेरी (Madikeri) शहर में देखने को मिला. यहां एक युवा कपल पिज्जा खाने के बाद बाक्स को डस्टबिन में डालने के बजाय खुले सड़क पर फेंक कर चला गया.
इस मामले के बाद कोडागु टूरिज्म एसोसिएशन के महासचिव मदेटिरा थिमैया (Madetira Thimmaiah) की नजर घर जाते वक्त अचानक सड़क पर पड़े उस बाक्स पर पड़ गई. थिमैया ने पहले पहल तो उस बाक्स को डस्टबिन में डालने की कोशिश की, लेकिन अचानक से उनकी नजर बाक्स के अंदर पड़े मोबाइल नंबर पर पड़ गई. इसके पश्चात् उन्होंने सबक सिखाने के लिए उस नंबर पर कॉल किया. उन्होंने उनसे सड़क से कचरा उठाने का आग्रह किया, लेकिन फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने माफी मांगते हुए कहा कि वह वहां से काफी आगे निकल चुके हैं.
युवा कपल द्वारा मना किए जानें के बाद थिमैया ने स्थानीय पुलिस का सहारा लिया, लेकिन इसके बावजूद जब वो लोग वहां नहीं आए तो उन्होंने एक अलग ही तरकीब निकाली. थिमैया ने इस मामले को लेकर एक सोशल मीडिया कैंपेन शुरू किया और इसके तहत कई लोगों ने उस युवा कपल को इस मामले से संबंधित कई कॉल किए. लोगों द्वारा कई कॉल आने के बाद आखिरकार युवा कपल काफी शर्मिंदा हुआ और वह 80 किलोमीटर की यात्रा कर उस बाक्स को उठाने के लिए वापिस मडिकेरी आया.
बता दें कि मदिकेरी कोडागु जिले का एक काफी खूबसूरत जगह हैं. इसे कूर्ग (Coorg) नाम ने भी जाना जाता है. मदिकेरी की खूबसूरत पहाड़ियों पर घूमने के लिए लोग अक्सर आते-जाते रहते हैं.