Fact Check: सोशल मीडिया पर एक फेक न्यूज तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया गया है कि एक मालगाड़ी ने 42 घंटे का सफर तय करने में 3 साल 8 महीने और 7 दिन का समय लगा दिया. खबर के अनुसार, यह मालगाड़ी 2014 में आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम से उत्तर प्रदेश के बस्ती के लिए रवाना हुई थी. लेकिन अपने गंतव्य तक पहुंचने में 3 साल से अधिक का समय ले लिया. यह खबर वायरल होते ही लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गई और रेलवे की कार्यप्रणाली पर सवाल उठने लगे.
हालांकि, पीआईबी फैक्ट चेक ने इस दावे को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. जांच एजेंसी ने इन खबरों को गलत और भ्रामक बताया है.
क्या 3 साल में अपने गंतव्य पर पहुंची Indian Railway की मालगाड़ी?
Several news reports and social media posts claim that a goods train took over three years to reach its destination.#PIBFactCheck
▶️ This claim is #Misleading
▶️ No goods train in Indian Railways has ever taken such time to reach its destination. pic.twitter.com/nnQYlaglva
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) December 10, 2024
PIB ने किया खुलासा
पीआईबी ने अपने ट्वीट में कहा, "कई समाचार रिपोर्ट और सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि एक मालगाड़ी को अपने गंतव्य तक पहुंचने में तीन साल से अधिक का समय लगा. यह दावा पूरी तरह से भ्रामक और तथ्यहीन है. भारतीय रेलवे की किसी भी मालगाड़ी ने कभी भी अपने गंतव्य तक पहुंचने में इतना लंबा समय नहीं लिया है.
कैसे वायरल हुई खबर?
इस खबर को लेकर कई मीम्स और पोस्ट शेयर किए गए, जिसमें रेलवे की आलोचना की गई. कुछ लोगों ने इसे रेलवे की लापरवाही करार दिया, तो कुछ ने इसे मज़ाक के तौर पर पेश किया. लेकिन पीआईबी के इस खुलासे के बाद यह साफ हो गया कि यह खबर सिर्फ अफवाह थी.
ऐसे में जरूरी है कि सोशल मीडिया पर वायरल हर खबर पर आंख बंद करके यकीन न करें. किसी भी खबर की सच्चाई जानने के लिए उसकी अच्छे से जांच पड़ताल की करें.