Fact Check: वॉट्सऐप (WhatsApp) पर एक वायरल मैसेज (Viral Message) में गृह मंत्रालय (Home Ministry) के हवाले से कहा जा रहा है कि चीन (China) खास किस्म के पटाखे (Firecrackers) और डेकोरेटिव लाइटें (Decorative Lights) भेज रहा है जो भारत में अस्थमा (Asthma) और आंखों की बीमारियों (Eye Ailments) को फैला सकता है. दरअसल, दिवाली का त्योहार बेहद करीब है, ऐसे में लोग इस उत्सव का आनंद लेने के लिए पटाखे और रंग-बिरंगली लाइटों की खरीददारी करते हैं. इस बीच वॉट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर सहित विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इस तरह की खबर लोगों के बीच घबराहट और भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है. दरअसल, वॉट्सऐप पर गृह मंत्रालय के कथित अधिकारी के नाम से वायरल मैसेज में दावा किया गया है कि चीन भारत में अस्थमा फैलाने और नेत्र रोग विकार उत्पन्न करने के लिए विशेष प्रकार के पटाखे और सजावटी लाइटें भेज रहा है.
इन दावों को खारिज करते हुए प्रेस सूचना ब्यूरो यानी पीआईबी (PIB) द्वारा फैक्ट चेक में कहा गया है कि यह दावा फेक है. पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने कहा है कि गृह मंत्रालय ने ऐसी कोई सूचना नहीं दी है. ज्ञात हो कि कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद से ही देश में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर फेक न्यूज जंगल में आग की तरह तेजी से फैल रही है. यह भी पढ़ें: Fact Check: आयुष्मान भारत की वेबसाइट पर की गई है 'आयुष्मान मित्र भर्ती 2020' की घोषणा? PIB से जानें वायरल YouTube वीडियो की सच्चाई
देखें ट्वीट-
जब इस तरह की फेक खबरें सोशल मीडिया पर आती हैं तो सरकार भ्रामक खबरों की सत्यता को जांचने के लिए फैक्ट चेक करती है. इसके साथ ही लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि वे फेक खबरों और अफवाहों के झांसे में न आएं. सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही फेक खबरों और गलत जानकारियों पर विश्वास करने से पहले उनकी प्रामाणिकता की जांच कर लें. गौरतलब है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म पर फेक और भ्रामक खबरों पर लगाम लगाने के लिए सरकार द्वारा फैक्ट चेक जैसी कई पहल की गई है.
Fact check
गृह मंत्रालय के अधिकारी के हवाले से वायरल वॉट्सऐप मैसेज में दावा किया गया है कि चीन भारत में अस्थमा और नेत्र रोग फैलाने के लिए विशेष पटाखे और डेकोरेटिव लाइटें भेज रहा है.
पीआईबी द्वारा फैक्ट चेक में कहा गया है कि यह दावा फर्जी है, क्योंकि गृह मंत्रालय ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है.