नई दिल्ली, 27 सितंबर: आबकारी मंत्रालय (Ministry of Excise) द्वारा जारी एक नियुक्ति पत्र में दावा किया गया है कि आवेदक एक पद के लिए चुना गया है और आवेदन शुल्क मांग रहा है. पत्र में दावा किया गया है कि आवेदक का चयन क्षेत्र वितरण अधिकारी/ लिपिक के पद के लिए किया गया है. फर्जी पत्र में चयनित आवेदक को उसी के लिए आवेदन शुल्क के भुगतान की मांग की जा रही है. इसमें आवेदक के वेतन और भत्तों का विवरण भी दिया गया है. झूठी सूचना को खारिज करते हुए, प्रेस सूचना ब्यूरो (पीआईबी) द्वारा किए गए एक फैक्ट चेक से पता चला है कि नियुक्ति पत्र में किया गया दावा फर्जी है. प्रेस सूचना ब्यूरो ने आगे स्पष्ट किया है कि भारत सरकार के अधीन कोई 'आबकारी मंत्रालय' नहीं है. यह भी पढ़ें: Fact Check: इस साल 10वीं और 12वी में प्रोमोट होने वाले विद्यार्थियों के अंक पत्र सरकारी नौकरी में मान्य नहीं होंगे? देखें क्या कहता है PIB का फैक्ट चेक
सरकार और उसकी विभिन्न एजेंसियों ने इस तरह के दावों और भ्रामक सूचनाओं के खिलाफ बार-बार लोगों को आगाह किया है.
देखें ट्वीट:
An appointment letter issued by 'Excise Ministry' claims that the applicant has been appointed for the post of Field Distribution Officer & is asking for an application fee #PIBFactCheck
▶️This claim is #FAKE
▶️There is NO 'Excise Ministry' under the Government of India pic.twitter.com/puwNLEuxwZ
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 27, 2021
लोगों को सलाह दी गई है कि ऐसी किसी भी जानकारी के लिए केवल सत्यापित और सक्षम अधिकारियों पर ही भरोसा करें. लोगों को फर्जी खबरों और घोटालों से बचने के लिए संबंधित सरकारी एजेंसियों के साथ ऐसे दावों की जांच करनी चाहिए.