Fact Check: भारत और चीन (India And China Tension) के बीच पूर्वी लद्दाख (Eastern Ladakh) में एलएसी पर पिछले चार महीने से जारी गतिरोध कम होने का नाम नहीं ले रहा है. आलम तो यह है कि दोनों देशों के बीच रिश्तों को सुधारने के भारत के तमाम प्रयासों के बावजूद चालबाज चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. सैन्य स्तर की सीधी बातचीत भी बेनतीजा साबित हो रही है, लिहाजा पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच जंग जैसे हालात बने हुए हैं और इस बीच ड्रैगन का साथ दे रहा पाकिस्तान (Pakistan) टू फ्रंट वॉर की तैयारी में जुट गया है. इस बीच सोशल मीडिया पर एक खबर तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन में बढ़ते तनाव के बीच अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) के तवांग (Tawang) में मैकमहोन लाइन (McMahon Line) के पास ग्रामीणों ने गांव को खाली कर दिया है.
इस दावे के साथ यह खबर तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है, जिसके जरिए लोगों तक भ्रामक और गलत जानकारी पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो यानी पीआईबी (PIB) ने जब इस दावे की पड़ताल की तो पता चला कि सोशल मीडिया पर किया जा रहा यह दावा फेक और निराधार है. पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) ने कहा है कि यह दावा सही नहीं है. भारत और चीन की सीमा के पास रहने वाले ग्रामीण अपने गांवों को खाली नहीं कर रहे हैं.
पीआईबी फैक्ट चेक का ट्वीट
Claim: Amid rising tension between #India and #China in eastern #Ladakh, villagers near McMahon Line in Tawang, Arunachal Pradesh have vacated the village.
#PIBFactCheck: This claim is NOT true. Villagers are not vacating their villages near the border between India and China. pic.twitter.com/COvZTjVsuF
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 10, 2020
पीआईबी फैक्ट चेक के अनुसार पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए अरुणाचल प्रदेश के तवांग में मैकमहोन लाइन के पास ग्रामीणों द्वारा गांवों को खाली करने की खबर फेक और निराधार है. इसके साथ ही पीआईबी फैक्ट चेक ने लोगों से सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले इस तरह के किसी भी मैसेज की सत्यता को जाने बगैर उस पर भरोसा न करने की अपील की है. यह भी पढ़ें: Fact Check: नौकरियों में कटौती के साथ भारतीय रेलवे का पूरी तरह से किया जाएगा निजीकरण? PIB से जानें इस वायरल खबर की सच्चाई
गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान अक्सर सोशल मीडिया पर ऐसी कई खबरें वायरल होती रहती हैं, जिनके जरिए लोगों तक झूठी और भ्रामक खबरों को पहुंचाने की कोशिश की जाती है. ऐसे में विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल होने वाले फर्जी खबरों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार ने लोगों से इस तरह की गलत सूचनाओं पर विश्वास न करने का आग्रह किया है, इसलिए आपसे अपील है कि किसी भी खबर की हकीकत जाने बगैर उसे आगे फॉरवर्ड करने से बचें.
Fact check
पूर्वी लद्दाख में भारत और चीन के बीच बढ़ते तनाव के बीच अरुणाचल प्रदेश के तवांग में मैकमहोन लाइन के पास ग्रामीणों ने गांव खाली कर दिया है.
यह दावा सही नहीं है. भारत और चीन सीमा के पास ग्रामीण अपने गांवों को खाली नहीं कर रहे हैं.