नॉर्दर्न लाइट्स: लद्दाख की राजधानी लेह में रात को एक दुर्लभ और अद्भुत नजारा देखने को मिला, जब आसमान में ऑरोरा की चमकदार रोशनी फैली. यह रोशनी एक शक्तिशाली सौर तूफान के कारण दिखाई दी, जिसने लेह के आसमान को रंगीन बना दिया. यह घटना तब हुई, जब एक X1.8-क्लास सोलर फ्लेयर से निकला कोरोनल मास इजेक्शन (CME) पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराया. यह CME 24 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आया और इसकी चमक ने लेह के साथ-साथ अमेरिका के अलबामा तक के आसमान को भी रोशन कर दिया.
सौर तूफान की श्रेणी अमेरिका के राष्ट्रीय महासागरीय और वायुमंडलीय प्रशासन (NOAA) के अनुसार, यह G4-श्रेणी का सौर तूफान था. G4 श्रेणी के सौर तूफान काफी शक्तिशाली होते हैं और इनके प्रभाव से सैटेलाइट संचार, विद्युत ग्रिड, और अंतरिक्ष यात्राओं में गंभीर समस्याएं आ सकती हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि यह तूफान पृथ्वी पर कई तकनीकी उपकरणों और प्रणालियों को प्रभावित कर सकता है.
ऑरोरा: एक अद्भुत प्राकृतिक घटना ऑरोरा एक प्राकृतिक प्रकाश उत्सव है, जिसे उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्रों में देखा जाता है, और इसे उत्तरी रोशनी (Aurora Borealis) तथा दक्षिणी रोशनी (Aurora Australis) के नाम से जाना जाता है. यह तब बनता है, जब सूर्य से आने वाले आवेशित कण पृथ्वी के चुंबकीय क्षेत्र से टकराते हैं, जिससे वायुमंडल में ऑक्सीजन और नाइट्रोजन जैसी गैसें चमक उठती हैं. ऑरोरा की यह रोशनी हरे, नीले और लाल रंगों में दिखाई देती है, जो आसमान को एक सुंदर दृश्य में बदल देती है.
इस अद्भुत घटना ने न सिर्फ वैज्ञानिकों का ध्यान खींचा, बल्कि आम लोगों के बीच भी यह चर्चा का विषय बन गई.