Valentine Week 2022: ‘मंत्रों’ से जताएं आशिक़ी! बरकरार रखें प्यार भरे रिश्ते! जानें क्या हैं ये पांच मंत्र?
वैलेंटाइन डे 2021 (Photo Credits: File Image)

ज्यों-ज्यों शीतलहरी में बसंती बयार घुल रही है, मौसम में ठिठुरन कम होने के साथ रंगीनियत छाने लगी है, इसे और ज्यादा रोमांटिक बना रहा है वैलेंनटाइन वीक. जी हां, आने वाला सप्ताह (7 फरवरी से 14 फरवरी तक) प्रेम और बस प्रेम करने और जताने वाला होगा. अगर आप भी किसी से प्यार के रिश्ते जोड़ने जा रहे हैं अथवा अपने प्यार को ज्यादा सशक्त और विश्वसनीय बनाना चाहते हैं तो यहां कुछ मंत्रों एवं अनुकूल ग्रहों की बात करेंगे, जिसके बारे में मान्यता है कि ऐसा करके आप अपने रिश्तों में प्रगाढ़ता के रस घोल सकते हैं और अपने प्यार की नींव को मजबूती प्रदान कर सकते हैं. इस संदर्भ में आइये जानें, हमारे ज्योतिषाचार्य श्री रवींद्र पाण्डेय क्या कहते हैं..

ग्रह, नक्षत्र एवं मंत्रों का मानव जीवन में अभूतपूर्व संबंध रहा है, फिर वह चाहे पति-पत्नी के वैवाहिक रिश्तों की बात हो या प्रेम संबंधों की, दोनों में विश्वास, समर्पण और मजबूती का होना जरूरी है. अकसर देखा गया है कि ग्रहों के बेमेल होने, ग्रह दोष आदि के कारण वैवाहिक अथवा लव लाइफ में कड़वाहट, खटास और मतभेद आदि होती रहती है. रिश्तों पुनः मधुर हों अथवा बन रहे रिश्तों में करीबियां आये, इसके लिए वैलेनटाइन वीक से बेहतर समय कुछ नहीं हो सकता. यहां आपको मंत्र शक्तियों से रिश्तों को मजबूती प्रदान करने के आसान उपाय बता रहे हैं.

* शुक्र ग्रह का संबंध सौंदर्य, प्रेम और भौतिक सुख से माना जाता है, यदि किसी की कुंडली में शुक्र कमजोर हो तो व्यक्ति के प्रेम भरे रिश्तों में दूरियां आने लगती हैं. अगर आपके जीवन में भी कुछ खटास भर पल चल रहे हैं तो आप शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह के मंत्र ऊँ द्रां द्रीं द्रौं सः शुक्राय नमः का जाप करें. आपके रिश्तों में मधुरता पुनः लौट सकती है. यह भी पढ़ें : Rose Day 2022: क्यों मनाते हैं रोज डे? आखिर गुलाब को ही प्रेम का प्रतीक क्यों माना जाता है? जानें इसके पीछे छिपे कुछ रोचक तथ्य!

* देवलोक में भगवान शिव एवं शक्ति को सबसे प्रिय दम्पति माना जाता है. इसलिए कहा जाता है कि अगर आप किसी से रिश्ता बनाना चाहते हैं अथवा शिव-पार्वती जी की तरह सर्वश्रेष्ठ दम्पति साबित होना चाहते हैं, तो शिवजी एवं माँ पार्वती की विधिवत पूजा करते हुए निम्न मंत्र का जाप करें.

‘ऊँ नमः संभवाय च मयो भवाय च नमः, शंकराय च मयस्कराय च नमः शिवाय च शिवतराय’.

* अगर आपके वैवाहिक जीवन अथवा लव लाइफ में किसी तरह की दुश्वारियां आ रही है, और स्थिति निरंतर बिगड़ती जा रही है तो गुरुवार के दिन श्रीहरि का ध्यान करते हुए ऊँ नमोँ भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करें. संभव है तो विष्णु सहस्त्रनाम् का पठन करें. आपके जीवन में चल रहा खटास मिठास में बदल जायेगा.

* ज्योतिष शास्त्री के अनुसार शादी से पूर्व कुण्डली में शुक्र ग्रह का अध्ययन करने के बाद जीवन-साथी के बारे में उचित निर्णय लेते हैं. अगर आपकी कुण्डली में कुछ असमानता दिख रहा है तो शुक्रवार के दिन पति-पत्नी अथवा प्रेमी युगल को श्रीहरि एवं माँ लक्ष्मी को लाल गुलाब अर्पित करते हुए पूजा-अनुष्ठान करना चाहिए. पूजा के दरम्यान इस मंत्र ऊँ लक्ष्मी नारायणाय नमः करना चाहिए. इस विश्वास को मन में रखकर कि आपके बीच एक बार पुनः रिश्ते मधुर होंगे.

* रति एवं कामदेव को ब्रह्माण्ड का सबसे प्रिय प्रेमी माना जाता है. बहुत से कपल्स रिश्तों में प्रेम का रस घोलने के लिए रति एवं कामदेव की पूजा भी करते हैं. अगर आपके प्रेम भरे जीवन में किसी तरह की दूरियां दिख रही हैं तो कामदेव एवं रति की पूजा करने के साथ ही इस मंत्र का जाप करें, आपके जीवन में पुनः रंगीनिया छा सकती हैं.

‘ऊँ कामदेवाय विद्महे, रति प्रियाये धीमहि, तन्नो अनंग प्रचोदयात्’