पौराणिक कथाओं के अनुसार त्रेता युग में राक्षसराज रावण के अत्याचारों से पृथ्वी वासियों को मुक्ति दिलाने के लिए श्रीहरि ने श्रीराम के रूप में सातवां अवतार लिया था. गरुड़ पुराण के अनुसार चैत्र मास में शुक्लपक्ष की नवमी के दिन पुनर्वसु नक्षत्र तथा कर्क लग्न में अयोध्यापति राजा दशरथ के घर में महारानी कौशल्या की कोख से श्रीराम का जन्म हुआ था. सनातन धर्म में इस दिन का बहुत महत्व है. इस दिन हर घरों में सपरिवार उपवास रखकर भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है.
ज्योतिषियों के अनुसार इस पवित्र दिन में ऐसा कोई कार्य नहीं करना चाहिए, जिससे मानव समाज की मर्यादा भंग हो, क्योंकि प्रभु श्रीराम ने पूरी उम्र मानव समाज की रक्षार्थ मर्यादित जीवन जीया. आइये जानें इस पवित्र दिन हमें क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए. यह भी पढ़े: Ram Navami 2020 Wishes: राम नवमी पर इन भक्तिमय हिंदी WhatsApp Status, Facebook Messages, GIF Greetings, Images, SMS और वॉलपेपर्स के जरिए दें प्रियजनों को शुभकामनाएं
* रामनवमी के दिन हर उपवासी व्यक्ति को श्रीराम का जन्म मनाते समय उनके बाल स्वरूप मूर्ति को झूले में झुलाना चाहिए, इससे प्रभु राम प्रसन्न होते हैं.
* श्रीरामनवमी के दिन सरयू में स्नान करना सर्वोत्तम माना जाता है, अगर यह संभव नहीं है तो किसी अन्य पवित्र सरोवर अथवा नदीं में स्नान करते हुए श्रीराम के नाम का 11 बार जाप अवश्य करें. ऐसा करने से कई गुना पुण्य-फल प्राप्त होता है
* रामनवमी के दिन माँ दुर्गा की विदाई का दिन होता है, इसलिए मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कन्याओं का पूजन कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए.
* रामनवमी के दिन श्रीराम रक्षा स्तोत्र, सुंदरकांड अथवा रामचरित मानस का पाठ करने से भगवान श्रीराम का आशीर्वाद प्राप्त होता है, जिससे घर में सुख एवं शांति आती है.
* रामनवमी के दिन किसी भी राम मंदिर में भूखे एवं गरीबों को वस्त्र एवं अन्न दान करना चाहिए इससे अपार पुण्य की प्राप्ति होती है.
* राम नवमी के दिन श्रीराम की पूजा करने के पश्चात 21 लोगों को सुंदरकाण्ड वितरित करने से.प्रभु श्रीराम प्रसन्न होते हैं.
* रामनवमी के दिन गाय को हरा चारा खिलाएं, अक्षुण्य पुण्य मिलता है.
ये कार्य हरगिज ना करें
* इस दिन खाने में लहसुन एवं प्याज का प्रयोग नहीं करना चाहिए.
* रामनवमी के दिन कन्या-पूजन की भी परंपरा है. मान्यतानुसार कन्या को हम देवी स्वरूप पूजते हैं, इसलिए इस दिन किसी भी कन्या को सताना नहीं चाहिए.
* इस दिन मांस अथवा मदिरा का सेवन कत्तई नहीं करना चाहिए, इससे घर में नकारात्मक शक्तियां सक्रिय होती हैं.
* रामनवमी के दिन किसी भी पशु अथवा पक्षी को न सताएं और ना ही मारें. ऐसा करने से आपके जीवन में किसी न किसी रूप में समस्याएं घर कर सकती हैं.
* इस दिन घर में पूजा-पाठ का माहौल रहता है, ऐसा कुछ भी न करें कि घर में अशांति अथवा कलह का वातावरण बने. इससे घर में खुशहाली, सुख एवं समृद्धि आती है.
* इस दिन किसी भी देवी-देवता के प्रति अशिष्ठ बातें नहीं करनी चाहिए.
* रामनवमी के दिन शारीरिक संबंध नहीं बनाना चाहिए. पूरी तरह सात्विक जीवन जीते हुए श्रीराम को प्रसन्न किया जा सकता है.
* भगवान श्रीराम अपने जीवन में हर बड़े लोगों को सम्मान-सत्कार देते थे, इसलिए रामनवमी के दिन किसी भी वृद्ध, गरीब, भिखारी, जरूरतमंदों एवं ब्राह्मणों का अपमान नहीं करना चाहिए.