मास्टरबेशन को हमारे समाज में बहुत ही बुरा माना जाता है. सेक्स और सेक्सुएलिटी से जुड़ी बातों पर चर्चा करना अभी भी हमारे देश में एक असहज करनेवाली चीज मानी जाती है और ऐसे विषयों पर अगर कोई खुलकर बात करता है तो खूब हो-हल्ला मचता है. न सिर्फ मास्टरबेशन बल्कि फोरप्ले या सेक्स के बारे में बात करना पाप की तरह गिनवाया जाता है. समाज में ये बातें बीमारी की तरह फैल गई हैं कि मास्टरबेशन से शरीर को नुकसान होता है. लेकिन सेक्स एक्सपर्ट्स और डॉक्टरों ने इसके ढेरों फायदे गिनाए हैं. खास बात तो यह है कि मास्टरबेशन पुरुष ही नहीं बल्कि महिलाओं के लिए भी बेहद फायदेमंद माना गया है. मास्टरबेशन के बारे में जब सेक्सोलॉजिस्ट से पूछा गया क्या मास्टरबेशन अनहेल्दी है है? आइए आपको बताते हैं उन्होंने इस बारे में उन्होंने क्या कहा?
सेक्सोलॉजिस्ट हर इंसान को मास्टरबेशन करने की सलाह देते हैं. रिसर्च के अनुसार मास्टरबेशन एक हेल्दी प्रैक्टिस है. इसे साबित करने के लिए कई स्टडीज उपलब्ध हैं कि मास्टरबेशन करने वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर की संभावना कम होती है. तो वहीं महिलाओं में यह उन्हें अपराध से उबरने में मदद करता है और डिप्रेशन कम करता है.
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टेंशन खत्म होती है: मास्टरबेशन के दौरान धड़कन बढ़ जाती है. ब्लड का फ्लो भी बढ़ता है और मसल में सख्ती आती है. इन सारी शारीरिक प्रक्रियाओं के कारण तनाव से मुक्ति मिलती है. जैसे कि आप सेक्स के बाद राहत और तनाव से मुक्त महसूस करते हैं.
अच्छी नींद: जब आप सेक्सुअल क्लाइमेक्स पर होते हैं और फील गुड जोन में पहुंच जाते हैं तो इसका मतलब यह हुआ कि हॉर्मोन्स निकल चुके हैं. जब ऑक्सिटॉक्सिन और एंडोर्फिन हॉर्मोन्स रिलीज हो जाते हैं, तब आप फील गुड जोन में होते हैं. मास्टरबेशन के दौरान इन हॉर्मोन्स के निकल जाने के बाद आप बेफिक्र होकर बिना किसी बेचैनी के सोते हैं.
नैचरल प्रक्रिया: मास्टरबेशन पूरी तरह से नैचरल प्रक्रिया है. इससे प्रजनन क्षमता पर किसी भी तरह का बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है. सेक्सुअली कमजोरी और कामुकता में कमी की बात भी पूरी तरह से अफवाह है.
पूरी तरह से सेफ: कुछ गलत कदम उठाने से अच्छा है कि आप मास्टरबेशन का रास्ता अपनाएं, अपनी कामुकता को काबू में रखने के लिए मास्टरबेशन पूरी तरह से सेफ प्रक्रिया है.
सेक्सुअली डिसफंक्शन पर काबू : यदि पुरुष या महिला सेक्सुअली डिसफंक्शन से पीड़ित हैं तो मास्टरबेशन से कई चीजें समझ सकते हैं. यदि पुरुषों में सेक्स के दौरान वक्त से पहल स्पर्म गिरने की समस्या है तो मैस्टरबेशन को लर्निंट टूल की तरह इस्तेमाल कर सकते हैं. आप इसमें सीख सकते हैं कि खुद पर कंट्रोल कैसे किया जाता है.
शरीर में नए शुक्राणु बनने के लिए पुराने का निकलना जरूरी होता है. इसका जरिया सेक्स या मास्टरबेशन हो सकता है. अगर ऐसा नहीं होता है, तो शरीर से यह शुक्राणु नींद के दौरान (Nocturnal Ejaculation) निकल जाते हैं. आम बोल-चाल में इसे नाइटफॉल या वेट ड्रीम के नाम से भी जाना जाता है. स्पष्ट है कि हम अपने शुक्राणुओं को सहेज के नहीं रख सकते. अंततः निचोड़ यही है कि कोई भी चीज हद से ज्यादा नुकसान करती है. वैसे ही मास्टबेशन भी है. कुछ मामलों में इसे करने के नतीजे बेहद अच्छे सामने आए हैं. तनाव खत्म होने से लेकर इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए यह काम आया है. हमें इसे पाप के तौर पर देखना बंद करना चाहिए.