वास्तु शास्त्र में हर दिशाओं का अपना महत्व वर्णित है. घर की करें तो सबसे महत्वपूर्ण होता है घर का ईशान कोण. वास्तुशास्त्र के अनुसार ईशान कोण में बिना सोचे-समझे कुछ भी रखना आपको कंगाल बना सकता है, और अगर घर के निर्माण एवं साज-सज्जा में इसका ध्यान रखें तो आपका घर आपके विकास का मुख्य आधार साबित हो सकता है. यह भी पढ़ें: Vastu Tips for Bathroom- घर में बाथरूम और शौचालय की दशा-दिशा कैसी हो? जानें वास्तु शास्त्र के 6 कारगर टिप्स!
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की उत्तर-पूर्व दिशा को ईशान कोण कहते हैं. यह घर का सर्वाधिक महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है. ज्योतिषियों के अनुसार इस दिशा में देवी-देवताओं का वास होता है. इसलिए इस दिशा में कुछ भी बनाने या रखने से पहले वास्तु शास्त्री से सुझाव लें. क्योंकि इस दिशा में रखी कुछ वस्तुएं आपकी सेहत और समृद्धि की दुश्मन बन सकती हैं, तो कुछ चीजें आपकी आय के तमाम स्तोत्र खोल सकती हैं. आप सपरिवार स्वस्थ एवं सम्पन्न बन सकते हैं. आइये जानें इससे संबंधित कुछ टिप्स.
* अगर आप भूखंड खरीदने जा रहे हैं तो कोशिश करें कि भूखंड का विस्तार उत्तर-पूर्व में हो. ऐसा भूखंड आपके एवं आपके परिवार के जीवन को खुशहाल कर सकता है. लेकिन इसके साथ ही यह भी देख लें कि इसका मुख्य द्वार दक्षिण-पूर्व या उत्तर पश्चिम में नहीं होना चाहिए.
* वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण में बगीचा होना लाभकारी साबित हो सकता है. यह स्थिति घर के साथ-साथ परिवार के अपेक्षित विकास का प्रतीक बन सकता है. घर में रहने वालों का भविष्य सुखद एवं कल्याणकारी होता है.
* चूंकि ईशान कोण में देवी-देवताओं का वास माना जाता है, इसलिए इस स्थान पर मंदिर स्थापित करना सर्वश्रेष्ठ हो सकता है. यहां स्थापित मंदिर में नियमित पूजा-पाठ, प्रवचन तथा कीर्तन पाठ करते रहने से देवी-देवता प्रसन्न होते हैं, और घर में सुख, शांति और समृद्धि का वातावरण तैयार होता है.
* इस दिशा में तुलसी का पौधा रखना भी सेहत और समृद्धि के लिए शुभ सूचक हो सकता है. तुलसी का पौधा वैसे भी घर में पॉजिटिव एनर्जी लाता है, तथा नकारात्मक शक्तियों के प्रवेश को बाधित करता है. ईशान कोण में तुलसी का पौधा लगाने से लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं.
* घर बनवाते समय इस बात का ध्यान रखें कि ईशान कोण में शयनकक्ष हरगिज नहीं बनवाएं. अगर आपको फ्लैट में ऐसा घर मिल ही गया है, तो किसी अन्य कक्ष को बेडरूम बनवा लें, इस दिशा में बेडरूम होने से दांपत्य जीवन में आये दिन कलह-विवाद आदि होते रहते हैं.
* गौरतलब है कि ईशान कोण देवी-देवताओं का स्थान माना जाता है, इसलिए इस दिशा में भूलकर भी शौचालय अथवा स्नान घर इत्यादि नहीं होना चाहिए. यही नहीं इस दिशा में गंदगी भी घर की बरकत को प्रभावित करती है, घर का सदस्य किसी असाध्य रोग से ग्रसित हो सकता है.
* वास्तु शास्त्र के अनुसार ईशान कोण स्टोर रूम आदि भी नहीं बनवाना चाहिए, और ना ही इस स्थान पर कोई भारी वस्तु रखना चाहिए. इससे घर की सकारात्मक ऊर्जा पर नकारात्मक ऊर्जा भारी पड़ती है. आप कर्जदार हो सकते हैं, अथवा दूसरी तरह की समस्याओं से ग्रस्त हो सकते हैं.