National Cancer Survivors Day 2019: दुनिया भर में कैंसर (Cancer) तेजी से पैर पसार रहा है और अधिकांश लोग इसकी चपेट में आ रहे हैं. अगर समय रहते इसके लक्षणों को पहचानकर इलाज न कराया जाए तो यह बीमारी जानलेवा भी साबित हो सकती है. कैंसर एक ऐसी घातक बीमारी है, जिससे शरीर के किसी भी हिस्से में कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं और कैंसर शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्से में फैलता है. सबसे पहले शरीर के किसी एक हिस्से में होनेवाले कैंसर को प्राइमरी ट्यूमर (Primary Tumor) कहते है और इसके बाद शरीर के दूसरे हिस्सों में होने वाला ट्यूमर मेटास्टेटिक (metastatic or Secondary cancer) या सेकेंडरी कैंसर कहलाता है.
समय रहते कैंसर के लक्षणों को पहचानकर इस गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है. हालांकि कैंसर को मात देकर कई मरीजों ने जिंदगी की जंग भी जीती है, इसलिए हर साल 2 जून को नेशनल कैंसर सर्वाइवर्स डे (National Cancer Survivors Day) मनाया जाता है. चलिए इस खास मौके पर जानते हैं यह बीमारी शरीर में कैसे फैलती है और इसके सामान्य लक्षण क्या हैं.
कैसे फैलती है यह बीमारी?
कैंसर मुख्य तौर पर तीन तरह से शरीर में फैलता है. यह डायरेक्ट एक्सटेंशन या इंवेजन से फैल सकता है, जिसमें प्राइमरी ट्यूमर आस-पास के अंगों और टिशूज में फैलता है.
दूसरा, लिम्फेटिक सिस्टम में कैंसर की कोशिकाएं प्राइमरी ट्यूमर से विभाजित होकर शरीर के दूसरे अंगों तक चली जाती है.
तीसरा, कैंसर खून से भी फैलता है, जिसे हीमेटोजिनस स्प्रैड कहा जाता है. इसमें कैंसर की कोशिकाएं प्राइमरी ट्यूमर से विभाजित होकर रक्त में आ जाती हैं और रक्त के साथ शरीर के अन्य हिस्सों तक पहुंच जाती हैं. यह भी पढ़ें: World Cancer Day 2019: 4 फरवरी को मनाया जाएगा विश्व कैंसर दिवस, साल 2019 का थीम है 'I Am And I Will'
कैंसर के सामान्य लक्षण-
- अत्यधिक थकान और शारीरिक कमजोरी.
- बेवजह शरीर का वजन कम होना.
- शरीर के किसी हिस्से में फोड़ा या गांठ.
- कफ और सीने में दर्द की परेशानी.
- कूल्हे या पेट में दर्द की शिकायत.
- निप्पल में बदलाव और पीरियड्स में तकलीफ.
- बुखार, भूख न लगना और हड्डियों में दर्द.
- खांसी या मुंह से खून आना.
अगर किसी व्यक्ति में इस तरह से लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए और फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
कैंसर की अवस्थाएं
आमतौर पर कैंसर की 4 अवस्थाएं होती हैं. पहली और दूसरी अवस्था में कैंसर का ट्यूमर छोटा होता है और आस पास के टिशूज की गहराई में नहीं फैलता है. तीसरे स्टेज में कैंसर विकसित हो जाता है. इस अवस्था में ट्यूमर बड़ा हो चुका होता है और शरीर के अन्य अंगों में इसके फैलने की संभावना बढ़ जाती है. चौथी और आखिरी अवस्था में कैंसर अपने शुरुआती हिस्से से शरीर के अन्य अंगों में फैल जाता है, जिसे विकसित या मेटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है. यह भी पढ़ें: रोजमर्रा की ये चीजें आपको बना सकती हैं कैंसर का मरीज, सोच-समझकर ही करें इनका इस्तेमाल
कैंसर के प्रकार
वैसे तो कैंसर दुनिया भर में तेजी से फैल रहा है, लेकिन बात करें भारत की तो यहां मुंह, स्तन, सर्वाइकल, फेफड़ों और प्रोस्टेट कैंसर के ज्यादा मामले पाए जाते हैं. कैंसर के इन विभिन्न प्रकारों में करीब 60 फीसदी मामले मुंह, स्तन और गर्भाशय कैंसर के होते हैं. हालांकि शुरुआती अवस्था में इसके लक्षणों को पहचान कर इसका इलाज कराने से मरीज की जान बच सकती है.