World Cancer Day 2019: कैंसर (Cancer) एक खतरनाक और जानलेवा बीमारी है. दुनिया भर में कैंसर तेजी से पैर पसार रहा है और अधिकांश लोग इस गंभीर बीमारी की चपेट में आ रहे हैं. जब शरीर के किसी भी हिस्से की कोशिकाएं (cancer Cells) अनियंत्रित रूप से विभाजित होने लगती हैं, तब कैंसर शरीर के एक हिस्से से दूसरे हिस्सों में फैलता है. सबसे पहले शरीर के किसी एक हिस्से में होने वाले कैंसर को प्राइमरी ट्यूमर (Primary Tumor) कहते है. जिसके बाद शरीर के दूसरे हिस्सों में होने वाला ट्यूमर मेटास्टेटिक (metastatic or Secondary cancer) या सेकेंडरी कैंसर कहलाता है. इस बीमारी के प्रति लोगों को जागरुक (Awareness) करने के मकसद से हर साल 4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है.
विश्व कैंसर दिवस की स्थापना यूनियन फॉर इंटरनेशनल कैंसर कंट्रोल (UICC) के द्वारा की गई, जिसका मकसद इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाकर साल 2020 तक कैंसर पीड़ितों की संख्या और इससे होने वाले मृत्यु के आंकड़ों में कमी लाना है. कैंसर के बारे में जागरूकता लाने के लिए विश्व कैंसर दिवस को एक थीम (World Cancer Day Theme) और अभियान के साथ मनाया जाता है. साल 2019 से 2021 तक तीन साल के लिए विश्व कैंसर दिवस का थीम रखा गया है आई एम एंड आई विल (I Am And I Will). इसी थीम के अनुसार इन तीन सालों में कार्यक्रम होंगे. यह भी पढ़ें: जाने स्तन कैंसर जैसी बीमारी के लक्षण और बचने के उपाय
कैसे मनाया जाता है विश्व कैंसर दिवस?
कैंसर जैसी गंभीर बीमारी की रोकथाम और इसके प्रति जन जागरुकता लाने के मकसद से इस दिन सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा कैंप, रैली, लेक्चर और सेमिनार का आयोजन किया जाता है. इन कार्यक्रमों के जरिए सामान्य जनता पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, ताकि उन्हें इस बीमारी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी मिल सके. इसके अलावा इन कार्यक्रमों में विशेष थीम का उपयोग किया जाता है. ताकि कार्यक्रम अधिक प्रभावशाली तरीके से सफल हो सके.
इन कारणों से होता है कैंसर?
कैंसर कई प्रकार के होते हैं और यह कई कारणों से व्यक्ति को अपना शिकार बना सकता है. जैसे-
- तंबाकू का सेवन करना
- शरीर का वजन ज्यादा होना
- सब्जियों व फलों का सेवन न करना
- शराब और सिगरेट का सेवन
- प्रदूषण के कारण
- आनुवांशिकता या पारिवारिक इतिहास
- सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणें. यह भी पढ़ें: वायु प्रदूषण से बढ़ रहा है महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर का खतरा, अध्ययन में हुआ खुलासा
कैंसर के सामान्य लक्षण
वजन में कमी, बुखार, भूख में कमी, हड्डियों में दर्द, खांसी या मुंह से खून आना इत्यादि कैंसर के सामान्य लक्षण हैं. अगर किसी व्यक्ति में इस तरह के कोई लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें फौरन डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए.
भारत में कैंसर के आम प्रकार
भारत में सबसे ज्यादा मौतें मुंह के कैंसर के कारण होती हैं, जिसका मुख्य कारण स्मोकिंग और तंबाकू के सेवन को बताया जाता है. इसके अलावा भारत में स्तन, सर्वाइकल, फेफड़ों और प्रोस्टेट कैंसर के मामले सबसे ज्यादा पाए जाते हैं. इनमें से करीब 60 फीसदी मामले मुंह और गर्भाशय कैंसर के होते हैं. हालांकि शुरुआती अवस्था में इलाज कराकर इससे बचना मुमकिन है.
कैंसर की मुख्य अवस्थाएं
आमतौर पर कैंसर की 4 मुख्य अवस्थाएं होती हैं. पहली और दूसरी अवस्था में कैंसर का ट्यूमर छोटा होता है और आस पास के टिश्यूज की गहराई में नहीं फैलता है. तीसरे स्टेज में कैंसर विकसित हो चुका होता है. इस अवस्था में ट्यूमर बड़ा हो चुका होता है और शरीर के अन्य अंगों में इसके फैलने की संभावना बढ़ जाती है. चौथी और आखिरी अवस्था में कैंसर अपने शुरुआती हिस्से से अन्य अंगों में फैल जाता है, जिसे विकसित या मेटास्टेटिक कैंसर कहा जाता है. यह भी पढ़ें: ब्रेस्ट कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचना है तो आज ही से अपनी इस आदत को कह दीजिए अलविदा
गौरतलब है कि विश्व कैंसर दिवस पर लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरुक किया जाता है. उन्हें इस बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी दी जाती है. इसके साथ ही यह उम्मीद की जाती है कि पूरा विश्व इस गंभीर बीमारी से लड़ने और इसका जड़ से खात्मा करने के लिए एकजुट हो सके.