सेक्स के दौरान गलती से महिला ने काट लिया अपने साथी का प्राइवेट पार्ट, पुरुष पार्टनर का हुआ ये हाल
प्रतीकात्मक तस्वीर (Picture Courtesy: Pexels)

सेक्स के दौरान महिला ने गलती से अपने पार्टनर के प्राइवेट पार्ट को काट लिया, जिसके कारण उसके पुरुष साथी के पेनिस में घाव हो गया और उसके पेनिस का रंग काला पड़ गया. विजुअल जर्नल ऑफ इमरजेंसी मेडिसिन (Visual Journal of Emergency Medicine) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, अमेरिका के एक 43 वर्षीय शख्स की पार्टनर ने सेक्स के दौरान गलती से उसके पेनिस को काट दिया, लेकिन यह शख्स तब अस्पताल पहुंचा जब उसके पेनिस का घाव गहरा होने लगा और दर्द लगातार बढ़ने लगा. अमेरिका के एरिजोना विश्वविद्यालय (University of Arizona) के प्रमुख लेखक मार्क जोस्की (Marc Zosky) ने nypost.com के हवाले से बताया कि करीब 5 दिन पहले सेक्स के दौरान पार्टनर ने गलती से उसके पेनिस को काट दिया था. जिसके बाद पीड़ित व्यक्ति के पेनिस का घाव गहराने लगा और दर्द बढ़ने लगा.

इस अध्ययन के मुताबिक, जांच करने पर पता चला कि पीड़ित व्यक्ति के इस अंग में 3 सेमी का ब्लैक टिश्यू मौजूद था, जिसके कारण उसके प्राइवेट पार्ट की त्वचा सड़ने लगी थी. जब पीड़ित दर्द और घाव बढ़ने की शिकायत लेकर अस्पताल पहुंचा तब यूरोलॉजी और संक्रामक रोग टीम के डॉक्टरों ने उसके प्राइवेट पार्ट के काले होने का कारण जानने की कोशिश की, तब उन्हें उसमें मौजूद ब्लैक टिश्यू के बारे में पता चला.

हालांकि पीड़ित व्यक्ति के पेनिस में हुए घाव और दर्द के कारण को जानने के बाद डॉक्टरों ने एंटीबायोटिक दवाओं के साथ उसका इलाज किया. अध्ययन में कहा गया है कि उसके पेनिस में हुए घाव से रिसाव नहीं हो रहा था, इसलिए उसे ओरल एंटीबायोटिक दवाइयां देकर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई. यह भी पढ़ें: लगातार दो दिन इरेक्शन पड़ा शख्स को भारी, करानी पड़ी सर्जरी, हुई ये बड़ी बीमारी

गौरतलब है कि इस तरह के मामलों में लोग तत्काल चिकित्सा देखभाल पर गौर नहीं करते हैं, जिसके कारण रोग धीरे-धीरे बढ़ता रहता है. हालांकि कई लोगों के प्राइवेट पार्ट में सेक्स के दौरान छाले या इंफेक्शन होना आम बात है, लेकिन अगर घाव हो जाए तो उसकी उचित देखभाल और एंटीबायोटिक दवाइयों की जरूरत होती है. शोधकर्ताओं का कहना है कि कुछ दुर्लभ मामलों में काटने से जानलेवा संक्रामक अल्सर पैदा हो सकते हैं, जो घातक गैंग्रीन का कारण बन सकते हैं और उसके इलाज के लिए सर्जरी कराने की जरुरत पड़ सकती है.