Teachers’ Day 2021 in India: डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में क्यों मनाया जाता है टीचर्स डे, जानें इसका महत्व और इतिहास
डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Photo Credits: Twitter)

Teachers’ Day 2021: भारत में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस (Teacher's Day) मनाया जाता है. यह स्मरणोत्सव हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन (Dr Sarvepalli Radhakrishnan) की जयंती का प्रतीक है. डॉ राधाकृष्णन ने भारत की शिक्षा को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और कई लोगों को स्कूलों में रहने और शिक्षा प्राप्त करने के लिए प्रेरित किया. इस पहलू में उनके योगदान ने शिक्षा को कई लोगों के लिए सुलभ बनाया है और यही कारण है कि शिक्षक दिवस 5 सितंबर को उनके सम्मान में मनाया जाता है. भारत में शिक्षक दिवस 5 सितंबर को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती के रूप में मनाया जाता है. हालांकि भारत में कई लोग गुरु पूर्णिमा को शिक्षक दिवस के रूप में भी मनाते हैं. इस साल 24 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई गई. हालांकि, शिक्षक दिवस पूरे भारत में 5 सितंबर को व्यापक रूप से मनाया जाता है.

शिक्षक दिवस कैसे मनाया जाता है?

शिक्षक दिवस का उत्सव स्कूलों और कॉलेजों में विभिन्न मनोरंजक गतिविधियों का आयोजन कर मनाया जाता है. इस दिन विशेष कार्यक्रम आयोजित जाते हैं, जहां छात्र शिक्षकों के प्रति प्यार और सम्मान जाहिर करते हैं. इसके साथ ही उन्हें शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं देते हैं. यह भी पढ़ें: Teacher's Day Speech 2021: कोविड-19 के गाइड लाइन्स को फालो कर ऐसे मनाएं टीचर्स डे! जानें एक्स स्टुडेंट की वर्चुअल स्पीच के रोचक टिप्स!

शिक्षक दिवस का महत्व

हमारे समाज को आकार देने में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, इसलिए शिक्षक दिवस पर तमाम शिक्षकों के प्रति सम्मान जाहिर कर उनका आभार जताया जाता है. पिछले कुछ वर्षों में हम शिक्षक दिवस का महत्व समझ चुके हैं. हम आशा करते हैं कि इस शिक्षक दिवस पर, हम समाज के इन निर्माताओं की सराहना करने और उनके सम्मान में यह दिन मनाने पर ध्यान केंद्रित करें.

शिक्षक दिवस प्रत्येक छात्र के जीवन में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, क्योंकि यह वह दिन है जब वे अपने शिक्षकों और अपने जीवन के मार्गदर्शकों का आभार जताते हैं. हर स्कूल और कॉलेज में इस दिन को अत्यंत उत्साह के साथ मनाया जाता है और छात्र अपने शिक्षकों का आभार जताने के लिए विभिन्न प्रकार के भाषण, कविताएं, नाटक और अन्य रचनात्मक कार्यक्रम तैयार करते हैं.