Subhash Chandra Bose Jayanti 2022 Wishes: हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती! शेयर करें ये हिंदी WhatsApp Messages, Facebook Greetings और GIF Images
सुभाष चंद्र बोस जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

Subhash Chandra Bose Jayanti 2022 Wishes in Hindi: ‘तुम मुझे खून दो मैं तुम्हें आजादी दूंगा’ का नारा बुलंद करने वाले भारत के वीर स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती (Subhash Chandra Bose Jayanti) हर साल 23 जनवरी को मनाई जाती है. इस साल सुभाष चंद्र बोस (Subhash Chandra Bose) जी की 126वीं जयंती मनाई जा रही है. भारत की आजादी की लड़ाई में अहम भूमिका निभाने वाले स्वतंत्रता सेनानियों में शुमार सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था. बंगाली परिवार में जन्में सुभास चंद्र बोस के 7 भाई और 6 बहनें थीं. उनके पिता का नाम जानकीनाथ बोस और माता का नाम प्रभावती देवी था. उन्होंने आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी और अंग्रेजों के खिलाफ बिगुल फूंक दिया था.

नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 126वीं जयंती के अवसर पर लोग एक-दूसरे को नेताजी के क्रांतिकारी विचारों के साथ-साथ शुभकामना संदेशों का आदान-प्रदान करके शुभकामनाएं देते हैं. ऐसे में आप भी उनकी जयंती के खास मौके पर इन शानदार हिंदी विशेज, वॉट्सऐप मैसेजेस, फेसबुक ग्रीटिंग्स, जीआईएफ इमेजेस को शेयर करके अपनों से हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती कह सकते हैं.

1- नेता बनना है तो सुभाष जी को दिल में बसा लो,

तुम भी भारत की कुछ मुश्किलों का हल निकालो.

हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती

सुभाष चंद्र बोस जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

2- भारत बुला रहा है, खून खौल रहा है,

उठो, हमारे पास खोने का समय नहीं है.

हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती

सुभाष चंद्र बोस जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

3- सुभाष चंद्र बोस वीर हैं, योगी हैं,

वह त्यागी हैं और संन्यासी हैं,

भारतीयों के दिलों में बसने वाले,

सबसे प्यारे भारतवासी हैं.

हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती

सुभाष चंद्र बोस जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

4- तुम मुझे खून दो,

मैं तुम्हें आजादी दूंगा.

हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती

सुभाष चंद्र बोस जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

5- अंग्रेजों की औकात दिखाने को ठानी थी,

इसलिए तो आजाद हिंद फौज बना डाली थी.

हैप्पी सुभाष चंद्र बोस जयंती

सुभाष चंद्र बोस जयंती 2022 (Photo Credits: File Image)

सुभाष चंद्र बोस का नाम देश के उन क्रांतिकारी वीर सेनानियों में शुमार है जिन्होंने अपने प्राणों की चिंता किए बिना अंग्रेजी हूकुमत के खिलाफ अवाज उठाई और किसी भी कीमत पर अंग्रेजों से समझौता नहीं किया. दरअसल, शुरुआत में नेताजी महात्मा गांधी के साथ देश की आजादी की मुहिम से जुड़े, लेकिन बाद में उन्होंने अलग होकर 1939 में फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की. आजाद हिंद फौज की स्थापना करने के साथ ही उन्होंने अपनी फौज में महिला रेजिमेंट का भी गठन किया, जिसे रानी झांसी रेजिमेंट के नाम से जाना जाता था.